धर्मशाला, , 23 दिसम्बर ( विजयेन्दर शर्मा) । हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय एवं जि़ला विधिक सेवा प्राधिकरण, कांगडा के तत्वावधान में आज न्यायिक अधिकारियों के लिये स्थानीय बचत भवन में आज छ: दिवसीय मध्यस्थता प्रशिक्षण शिविर आरंभ हुआ। मास्टर टे्रनर डॉ0 एसके शर्मा ने शिविर का शुभारंभ किया।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में उन्होंने कहा कि न्याय प्रणाली में मध्यस्थता कार्यक्रम शुरू किए जाने से सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अदालतों में लम्बित पड़े मामलों में लोगों को न्याय के लिए सालों इन्तज़ार करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था के न्याय प्रक्रिया में आरंभ किए जाने से बड़ी संख्या में मामले हल करने में सफलता प्राप्त हुई है, जिससे लोगों के धन एवं समय की बचत होने के साथ-साथ ही उन्हें समय पर न्याय भी मिला है। इस प्रक्रिया में दोनों पक्षों के रजामंद होने से दोनों पक्ष जीत की स्थिति का अनुभव करते हैं।
उन्होंने बताया कि चम्बा, कांगड़ा, ऊना, मंडी, हमीरपुर, बिलासपुर तथा सोलन के 18 न्यायिक अधिकारी इस प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं ।
इस अवसर पर अध्यक्ष एवं जिला उपभोक्ता फोरम मंडी के श्री जेएन यादव ने मुख्यातिथि का स्वागत किया।