शिमला: मुख्य संसदीय सचिव राजेश धर्माणी ने एक बार फिर सरकार को आंखें दिखाई हैं। उन्होंने पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र लिख कर 18 विधानसभा क्षेत्रों से सरकार में कोई स्थान न मिलने का मामला उठाया है।
राजेश धर्माणी ने पत्र में लिखा है कि संबंधित विधानसभा क्षेत्र आपस में सटे हुए हैं और पूर्व भाजपा सरकार के दौरान यहां से मुख्यमंत्री सहित 4 मंत्री थे। वर्तमान में भी इन विधानसभा क्षेत्रों में 14 विधायक भाजपा के हैं और कांग्रेस के 4 ही विधायक हैं। इनमें बिलासपुर से विधायक बंबर ठाकुर, घुमारवीं से विधायक राजेश धर्माणी, ज्वालाजी से संजय रतन और बड़सर से सीपीएस इंद्र दत्त लखनपाल शामिल हैं, ऐसे में संबंधित क्षेत्रों की अनदेखी की जाती है तो वहां भाजपा और मजबूत होगी। संगठन को मजबूत करने के लिए इन क्षेत्रों से कांग्रेस के जीते विधायकों को सरकार में स्थान देना चाहिए यानि उन्हें कैबिनेट में स्थान दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस के युवा नेताओं में गिने जाने वाले सीपीएस राजेश धर्माणी द्वारा सोनिया गांधी को लिखे पत्र ने प्रदेश की राजनीति में फिर हलचल पैदा कर दी है। जहां प्रदेश सरकार के भीतर चल रही राजनीतिक उठापठक आए दिन सरकार की मुश्किलें बढ़ा रही है वहीं उक्त पत्र से यहां फिर सत्ता और संगठन में माहौल गरमा गया है। गौर हो कि हाल ही में परिवहन मंत्री जीएस बाली भी सरकार को अपने तेवर दिखा चुके हैं हालांकि अब यह मामला सुलझ गया है।
पार्टी नेताओं के समक्ष भी उठाया मामला
राजेश धर्माणी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखने से पहले यह मामला कई पार्टी नेताओं से भी उठा चुके हैं, ऐसे में कोई सुनवाई न होने पर उन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। सूचना है कि उक्त मामले पर वह कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्ख से भी पूर्व में चर्चा कर चुके हैं।
एक मंत्री बनाए जाने की तैयारियां
कांग्रेस सरकार में अभी एक मंत्री पद भरा जा सकता है। मुख्यमंत्री भी यह संकेत दे चुके हैं। माना जा रहा है कि सरकार में कुल्लू जिला को प्रतिनिधित्व देते हुए कर्ण सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि इस दौड़ में कई अन्य चेहरे भी शमिल हैं, ऐसे में देखना होगा कि हाईकमान सीपीएस के पत्र को कितनी गंभीरता से लेती है।