धर्मशाला गैंग रेप: पीड़िता को जान से मारने की कोशिश
सरकार में बैठे किसी मंत्री के इशारे पर पुलिस तंत्र खामोश?
धर्मशाला , । धर्मशाला कॉलेज में फर्स्ट इयर की छात्रा से हुए गैंगरेप पर तरह तरह की चर्चाएं सामने आ रहीं हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया है कि घटना तो हुई है, यह बात तय है। मगर विक्टिम और उसके परिजनों की तरफ से कोई भी सामने न आने की वजह से पुलिस को छानबीन करने में समस्या हो रही है।नाम न छापने की शर्त पर बताया गया कि पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और इस मामले में प्रिंसिपल व कुछ छात्रों के भी बयान दर्ज किए गए हैं। आईपीएस शालिनी अग्निहोत्री इस मामले की जांच कर रही हैं। वॉट्सऐप आदि पर शेयर हो रहे मेसेज में कहा गया है कि छात्रा चम्बा जिले की रहने वाली है और उसके मां-बाप नहीं हैं। बताया जा रहा है कि दरिंदों ने ऐसा सलूक किया है कि लड़की के अंदरूनी अंग भी बाहर आ गए हैं। चर्चा यहां तक है कि टांडा अस्पताल में छात्रा को जान से मारने की कोशिश की गई, जिस कारण उसे इलाज़ के लिए प्रदेश से बाहर भेज दिया गया है। परन्तु प्रदेश के बाहर भेजा जाना भी षड़यंत्र का ही हिस्सा लग रहा है।दबी जुबान में लोग बता रहे हैं कि जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें कांगड़ा के एक रसूखदार नेता की शह प्राप्त है। उसी नेता के दबाव के कारण पुलिस और खासकर मीडिया तंत्र खामोश हो गया है।
'छेड़छाड़ की शिकायत करने पर किया रेप'
बताया जा रहा है कि पहले छेड़छाड़ पर आरोपियों के बारे में इस छात्रा ने पुलिस में कंप्लेंट की थी। इसी बात पर आरोपियों से उसे किडनैप करते हुए जघन्य अपराध को अंजाम दिया। ऑनलाइन मल्टिमीडिया पोर्टल 'हिमाचल अभी-अभी' ने यूट्यूब पर एक विडियो भी शेयर किया है।
इस विडियो में कॉलेज के छात्र पूरी घटना को सत्यापित कर रहे हैं। कॉलेज के प्रिंसिपल को साफ तौर पर टाल-मटोल करते हुए देखा जा रहा है। छात्र गुस्से में नारेबाजी कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इस पूरे मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। पुलिस भी अभी खुलकर कुछ भी कहने से बच रही है।