इंस्टेंट फास्ट फूड ‘मैगी नूडल्स’ में तय मात्रा से अधिक सीसा एवं स्वाद बढाने वाला रासायनिक पदार्थ मोना सोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) की मौजूदगी को लेकर उपजा विवाद इसको बनाने वाली कंपनी नेस्ले इंडिया पर बहुत भारी पडने लगा है और पिछले पांच सत्रों में कंपनी का बाजार पूंजीकरण करीब 10 हजार करोड रुपये उतर गया है। केरल, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मैगी पर लगी रोक के बाद उत्तराखंड, गुजरात और जम्मू कश्मीर ने भी इसकी बिक्री प्रतिबंधित कर दी। झारखंड सरकार शीघ्र ही इस संबंध में कोई निर्णय लेने वाली है और कई अन्य राज्यों में इसके नमूनों की जाँच जारी है। गत 28 मई के बाद से अब तक कंपनी का शेयर 7038.65 रुपये से 15 फीसदी टूटकर 6010.80 रुपये पर आ चुका है। इस गिरावट से उसका बाजार पूंजीकरण करीब 10 हजार करोड रुपये घट चुका है। दिसंबर 2014 के बाद पहली बार कंपनी का शेयर आज छह हजार रुपये से नीचे उतरा। कंपनी के कारोबार में मैगी की हिस्सेदारी 22 से 25 फीसदी है और उसके लाभ में मैगी का योगदान करीब 30 प्रतिशत का है। कंपनी के शेयरों में जारी गिरावट में आगे और तेजी आने का अनुमान है क्योंंकि ब्रोकरों ने इसकी डाउनग्रेडिंग शुरू कर दी है। उधर कंपनी ने आज बीएसई को सूचित किया कि उत्तराखंड के खाद्य एवं औषधि विभाग ने मैगी नूडल्स के निर्माण, भंडारण, वितरण एवं बिक्री पर 90 दिन का प्रतिबंध लगा दिया है। मैगी के नमूनों की जाँच के आधार पर कल रात राज्य सरकार ने इसकी बिक्री पर रोक लगा दी थी।