राजेंद्र राणा मंडी के धर्मपुर में

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष  राजेंद्र राणा मंडी के धर्मपुर में बरसात से हुई तबाही जायजा लेने के लिए पहुंचे, वह भी तीन दिन बाद। यानी तब तक आपदा बीत चुकी थी। मगर यहां जनाब को अपने जूते भीग जाने का इतना डर था कि एक युवक की पीठ पर सवार होकर मुआयना करते दिखे।

सोशल मीडिया पर वाइरल हुई तस्वीरों में दिख रहा है कि बाकी सब लोग तो टखनों तक के पानी पर चल रहे हैं, मगर राजेंद्र राणा को युवक ने पीठ पर उठाया हुआ है। न तो वह जख्मी थे और न ही इतने बुजुर्ग कि इन हालात में उन्हें किसी की इस तरह की मदद लेनी पड़ती। साफ है कि वह ठाठ से मुआयना करना चाहते थे। गौरतलब है कि राजेंद्र राणा एक वक्त पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के मीडिया सलाहकार थे, मगर शिमला में कॉल गर्ल्स रैकिट चलाने के आरोपों के चलते उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा था। बाद में वह बागी हो गए। विधायक पद से इस्तीफा दिया और हमीरपुर से कांग्रेस के टिकट से अनुराग के खिलाफ चुनाव लड़ा। 

इन चुनाव में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा तो मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने उन्हें आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बना दिया। यूं तो इस तरह से तुष्ट करने के लिए राजनीतिक नियुक्तियां करना नई बात नहीं है, मगर राजेंद्र राणा की पहले से ही आलोचना होती रही है। सोशल मीडिया पर लोग, खासकर युवा, राणा और सरकार की खासी आलोचना कर रहे हैं।

गौरतलब है यह प्राधिकरण निकम्मेपन की वजह से मीडिया के निशाने पर भी है। कई अखबारों की रिपोर्ट्स की मुताबिक अभी तक बादल फटने, फसलों को नुकसान पहुंचने या अन्य किसी आपदा के प्रबंधन की बात तो दर, अभी तक कहीं पर भी नुकसान का आकलन करने में इसे कामयाबी नहीं मिली है। आरोप है कि जनता के खून-पसीने की कमाई को सरकार ऐसे पदों पर अपने लोगों को बिठाकर लुटा रही है।
BIJENDER SHARMA

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