कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पांच राज्यों के चुनाव के बाद पार्टी अध्यक्ष की कमान मिल सकती है। 19 मई को पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आने वाले हैं। कांग्रेस के जानकार सूत्रों का कहना है कि उनके आंतरिक सर्वेक्षण के मुताबिक कांग्रेस बहुत अच्छा प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस के अपने आंतरिक आकलन के मुताबिक असम में वह सबसे बड़ी पार्टी रहेगी और बदरूद्दीन अजमल के साथ मिल कर वह सरकार बनाएगी। पश्चिम बंगाल में भी कांग्रेस नेता चौंकाने वाले नतीजे की उम्मीद कर रहे हैं।
तमिलनाडु में डीएमके से तालमेल की वजह से कांग्रेस का हौसला बढ़ा है। केरल में जरूर पार्टी बैकफुट पर है, लेकिन कुल मिल कर उसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है और इसी वजह से कांग्रेस में परिवार के भरोसेमंद लोग चाहते हैं कि जून में उनको अध्यक्ष बना दिया जाए। कांग्रेस के जानकार सूत्रों का कहना है कि राहुल को अध्यक्ष बनाने से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के चुनाव में पार्टी को फायदा होगा।
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि दो सत्ता केंद्र होने की वजह से कामकाज में दिक्कत आ रही है। जब भी कोई मामला सोनिया गांधी के पास पहुंचता है तो वे उसे राहुल के पास ले जाने की बात करती हैं और राहुल उसे देखने के बाद कहते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष से इसकी मंजूरी कराएं। इस वजह से दस राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति का मसला अटका है तो पार्टी के राष्ट्रीय संगठन में भी फेरबदल नहीं हो पा रहा है। सो, संभव है कि संसद का बजट सत्र खत्म होने और पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आने के बाद राहुल को अध्यक्ष बना दिया जाए।