धर्मशाला, 29 जून (विजयेन्दर शर्मा) । दसवीं का परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा स्कूलों से विद्यार्थियों का डाटा मंगवाया है लेकिन प्रदेश के करीब 1000 स्कूलों ने गलत डाटा अपलोड किया है। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने उक्त स्कूलों को सही डाटा अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा एक कमेटी का गठन भी कर दिया है। कमेटी के सदस्य उक्त स्कूलों के प्रभारियों से संपर्क करके उन्हें सही डाटा अपलोड करने के लिए कह रहे हैं। जानकारी के मुताबिक स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा 7 मानदंडों के अंतर्गत दसवीं के परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम तैयार किया जाएगा।
इन 7 मानदंडों के अंतर्गत नवीं कक्षा, प्रैक्टिकल, इंटरनल असेस्मैंट, फस्ट व सैकेंड टर्म इग्जाम, प्री-बोर्ड व हिंदी का पेपर जो बोर्ड द्वारा ले लिया गया है, का मूल्यांकन करवाकर, का आंकलन कर विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा। बोर्ड द्वारा ऑनलाइन कोडिंग माड्यूल तैयार किया है। उस मॉडयूल में सभी स्कूलों के विद्यार्थियों का डाटा स्कूलों द्वारा अपलोड किया जा रहा है लेकिन करीब 1000 स्कूलों ने गलत डाटा अपलोड कर दिया है। इन 1000 स्कूलों में करीब 600 सरकारी स्कूल हैं। स्कूल शिक्षा बोर्ड की मानें तो वेटेज केलुक्लेट करने में गलतियां पाई गई हैं। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड कार्यालय में सिस्टम तैयार किया है जिसके माध्यम से पता चल रहा है कि अपलोड किए गए डाटा में गलतियां हैं।
12वीं के परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए भी बोर्ड ने तैयारियां शुरु कर दी हैं। स्कूलों से 12वीं के परीक्षार्थियों का डाटा मंगवाने के लिए बोर्ड आज लिंक उपलब्ध करवाएगा। इस लिंक में स्कूल प्रभारी डाटा को अपलोड करेंगे। विदित रहे कि 12वीं का परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए बोर्ड ने 8 मानक तय किए हैं। इन मानकों में दसवीं, जमा-1 तथा जमा-2 कक्षा के इंटरनल असैस्मेंट, प्रैक्टिकल/प्रोजेक्ट रिपोर्ट, फस्र्ट टर्म, सैकेंड टर्म, प्री. बोर्ड और अंग्रेजी का पेपर, जो बोर्ड द्वारा लिया गया है, का मूल्यांकन शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि प्रदेश के करीब 1000 स्कूलों ने गलत डाटा अपलोड किया है। कमेटी का गठन कर दिया गया है तथा कमेटी के सदस्य गलत डाटा अपलोड करने वाले स्कूलों के प्रभारियों से संपर्क करके उन्हें सही डाटा अपलोड करने के लिए कह रहे हैं। स्कूलों से 12वीं के परीक्षार्थियों का डाटा मंगवाने के लिए बोर्ड मंगलवार को लिंक उपलब्ध करवाएगा।
इन 7 मानदंडों के अंतर्गत नवीं कक्षा, प्रैक्टिकल, इंटरनल असेस्मैंट, फस्ट व सैकेंड टर्म इग्जाम, प्री-बोर्ड व हिंदी का पेपर जो बोर्ड द्वारा ले लिया गया है, का मूल्यांकन करवाकर, का आंकलन कर विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा। बोर्ड द्वारा ऑनलाइन कोडिंग माड्यूल तैयार किया है। उस मॉडयूल में सभी स्कूलों के विद्यार्थियों का डाटा स्कूलों द्वारा अपलोड किया जा रहा है लेकिन करीब 1000 स्कूलों ने गलत डाटा अपलोड कर दिया है। इन 1000 स्कूलों में करीब 600 सरकारी स्कूल हैं। स्कूल शिक्षा बोर्ड की मानें तो वेटेज केलुक्लेट करने में गलतियां पाई गई हैं। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड कार्यालय में सिस्टम तैयार किया है जिसके माध्यम से पता चल रहा है कि अपलोड किए गए डाटा में गलतियां हैं।
12वीं के परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए भी बोर्ड ने तैयारियां शुरु कर दी हैं। स्कूलों से 12वीं के परीक्षार्थियों का डाटा मंगवाने के लिए बोर्ड आज लिंक उपलब्ध करवाएगा। इस लिंक में स्कूल प्रभारी डाटा को अपलोड करेंगे। विदित रहे कि 12वीं का परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए बोर्ड ने 8 मानक तय किए हैं। इन मानकों में दसवीं, जमा-1 तथा जमा-2 कक्षा के इंटरनल असैस्मेंट, प्रैक्टिकल/प्रोजेक्ट रिपोर्ट, फस्र्ट टर्म, सैकेंड टर्म, प्री. बोर्ड और अंग्रेजी का पेपर, जो बोर्ड द्वारा लिया गया है, का मूल्यांकन शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि प्रदेश के करीब 1000 स्कूलों ने गलत डाटा अपलोड किया है। कमेटी का गठन कर दिया गया है तथा कमेटी के सदस्य गलत डाटा अपलोड करने वाले स्कूलों के प्रभारियों से संपर्क करके उन्हें सही डाटा अपलोड करने के लिए कह रहे हैं। स्कूलों से 12वीं के परीक्षार्थियों का डाटा मंगवाने के लिए बोर्ड मंगलवार को लिंक उपलब्ध करवाएगा।