धर्मशाला, 29 जून (विजयेन्दर शर्मा) । टांडा अस्पताल में जाने के लिए अब लोगों एंट्री के लिए बनाए जा रहे कोविड पास के लिए कोविड टेस्ट की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है। अब लोगों को बिना कोविड टेस्ट किए ही अस्पताल के अंदर जाने दिया जा रहा है।
टांडा अस्पताल में रोजाना काफी संख्या में रोगी आते हैं। पिछले दिनों अस्पताल प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पताल में एंट्री के लिए कोविड पास की शर्त रखी थी। इसके साथ ही कोरोना टेस्ट भी अनिवार्य किया गया था। ऐसे में कोविड पास के लिए टेस्ट करवाने वालों को कड़ी धूप में कई घंटे लाईन में लगना पड़ रहा था। कुछ दिन पहले कोविड टेस्ट करवाने के लिए लाईन में खड़ी महिला को चिलचिलाती धूप में चक्कर भी आ गया था।
वहीं टांडा के चिकित्सक अधीक्षक डाॅ. सुशील शर्मा ने बताया कि कोविड के रोगियों की घटती संख्या को देखते हुए तथा लोगों की परेशानी को समझते हुए प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जो कोविड टेस्ट आपातकालीन विभाग में प्रवेश से पूर्व लिए जाते थे वह अब नहीं लिए जाएंगे, लेकिन सभी तीमारदारों तथा रोगियों को हिदायत दी गई है कि वह कोविड के नियमों का पालन करें। उन्होंने बताया कि यदि किसी डॉक्टर को रोगी में कोविड के लक्षण नजर आते हैं तो वह डॉक्टर चाहें तो उसका टेस्ट करवा सकते हैं। डा. सुशील शर्मा ने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है तथा सभी टांडा आने वाले रोगियों व तीमारदारों से अनुरोध किया है कि वह मास्क पहनें व सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखें
वहीं टांडा के चिकित्सक अधीक्षक डाॅ. सुशील शर्मा ने बताया कि कोविड के रोगियों की घटती संख्या को देखते हुए तथा लोगों की परेशानी को समझते हुए प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि जो कोविड टेस्ट आपातकालीन विभाग में प्रवेश से पूर्व लिए जाते थे वह अब नहीं लिए जाएंगे, लेकिन सभी तीमारदारों तथा रोगियों को हिदायत दी गई है कि वह कोविड के नियमों का पालन करें। उन्होंने बताया कि यदि किसी डॉक्टर को रोगी में कोविड के लक्षण नजर आते हैं तो वह डॉक्टर चाहें तो उसका टेस्ट करवा सकते हैं। डा. सुशील शर्मा ने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है तथा सभी टांडा आने वाले रोगियों व तीमारदारों से अनुरोध किया है कि वह मास्क पहनें व सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखें