धर्मशाला, 28 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा) । ज्वालामुखी मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को अब कोविड सेंटर में कोरोना रैपिड टेस्ट से गुजरना पड़ रहा है और नेगटिव आने के बाद ही श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जा रहे हैं। यह सुविधा ज्वालामुखी मंदिर के बाहर लंगर भवन के खाली परिसर में शुरू की गई है, जिसमें स्वास्थ्य कर्मी श्रद्धालुओं के रोजाना रैंडम टेस्ट कर रहे हैं। ज्वालाजी मंदिर में नौ अगस्त को श्रावण अष्टमी नवरात्र शुरू होने जा रहे हैं और कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए शक्तिपीठ ज्वालामुखी में डीसी कांगड़ा डॉ निपुण जिंदल द्वारा यह सुविधा शुरू की गई है। इसके अलावा चामुंडा में भी कोविड टेस्ट सेंटर बनाया गया है। मंदिर प्रशासन श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए कोई ढील नही बरत रहा है। रोजाना यहां टेस्ट किए जा रहे हैं और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा श्रद्धालुओं के रैंडम टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं ताकि कोई भी संक्रमण ज्वालामुखी मंदिर व आसपास न फैले और एहतियात बरती जा सके।
कोरोना टेस्ट सेंटर के डॉ. अमित ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वस्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत व डीसी कांगड़ा के निर्देशानुसार यहाँ रेपिड कोरोना टेस्ट किये जा रहे हैं और नेगटिव आने पर ही श्रद्धालुओं को दर्शनों के लिए भेजा जा रहा है और यह प्रक्रिया पिछले पांच दिनों से चल रही है और अभी तक माता रानी की कृपा से सभी टेस्ट नेगटिव ही आए हैं।