कोविड से निपटने के लिए वालंटियर्स को दिए जा रहे टिप्स
धर्मशाला, 07 जुलाई। (विजयेन्दर शर्मा)। कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए कांगड़ा में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से नेहरू युवा केंद्र के वालंटियर्स को तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आरंभ हुआ। इसमें वालंटियर्स को कोविड के साथ साथ आपदा से निपटने के गुर भी सिखाए जाएंगे। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने बताया कि कोविड से निपटने के लिए जिला प्रशासन की ओर से चरणबद्व तरीके से वालंटियर्स के साथ साथ पंचायत स्तर पर गठित कोविड प्रबंधन टास्क फोर्स के सदस्यों को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर ही वालंटियर्स के कोविड प्रबंधन में प्रशिक्षित होने से काफी हद तक कोविड से निपटा जा सकता है इससे अस्पतालों में भी मरीज सीमित संख्या में ही पहुंचेंगे और अन्य कोविड संक्रमितों के उपचार की ग्रामीण स्तर पर ही व्यवस्था की जा सकती है।
उन्होंने उपमंडलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोविड टेस्टिंग की संख्या में बढ़ोतरी करने के लिए आवश्यक प्रबंध किए जाएं, टेस्टिंग से ही कोविड संक्रमण का प्रारंभिक तौर पर पता लगाया जा सकता है और संक्रमण को समाज में फैलने से रोका जा सकता है।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की संपर्क सूची की नियमित तौर पर मॉनिटरिंग करना जरूरी है इस के लिए एसडीएम तथा खंड चिकित्सा अधिकारी अपने अपने स्तर पर कारगर कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि जिला भर में कोविड प्रोटाकॉल की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए सभी उपमंडलाधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी, मास्क का उपयोग करने तथा हाथों को बार बार धोने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है इसके साथ ही कोविड टीकाकरण के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ग्रामीण स्तर पर भी टीकाकरण केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं ताकि ग्रामीणों को घर द्वार पर ही टीकाकरण की सुविधा मिल सके।
धर्मशाला, 07 जुलाई। (विजयेन्दर शर्मा)। कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए कांगड़ा में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से नेहरू युवा केंद्र के वालंटियर्स को तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आरंभ हुआ। इसमें वालंटियर्स को कोविड के साथ साथ आपदा से निपटने के गुर भी सिखाए जाएंगे। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने बताया कि कोविड से निपटने के लिए जिला प्रशासन की ओर से चरणबद्व तरीके से वालंटियर्स के साथ साथ पंचायत स्तर पर गठित कोविड प्रबंधन टास्क फोर्स के सदस्यों को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर ही वालंटियर्स के कोविड प्रबंधन में प्रशिक्षित होने से काफी हद तक कोविड से निपटा जा सकता है इससे अस्पतालों में भी मरीज सीमित संख्या में ही पहुंचेंगे और अन्य कोविड संक्रमितों के उपचार की ग्रामीण स्तर पर ही व्यवस्था की जा सकती है।
उन्होंने उपमंडलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोविड टेस्टिंग की संख्या में बढ़ोतरी करने के लिए आवश्यक प्रबंध किए जाएं, टेस्टिंग से ही कोविड संक्रमण का प्रारंभिक तौर पर पता लगाया जा सकता है और संक्रमण को समाज में फैलने से रोका जा सकता है।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की संपर्क सूची की नियमित तौर पर मॉनिटरिंग करना जरूरी है इस के लिए एसडीएम तथा खंड चिकित्सा अधिकारी अपने अपने स्तर पर कारगर कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि जिला भर में कोविड प्रोटाकॉल की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए सभी उपमंडलाधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी, मास्क का उपयोग करने तथा हाथों को बार बार धोने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है इसके साथ ही कोविड टीकाकरण के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ग्रामीण स्तर पर भी टीकाकरण केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं ताकि ग्रामीणों को घर द्वार पर ही टीकाकरण की सुविधा मिल सके।