ज्वालामुखी , 30 अगस्त (विजयेन्दर शर्मा) । ज्वालामुखी नगर परिषद के इस नये भवन के निर्माण को देखकर हैरानी होती है कि सामुदायिक भवन में पानी की निकासी ही नहीं है। जिससे सारा पानी अंदर जमा हो जाता है। वहीं भवन में पार्किंग का कोई प्रावधान नहीं है। बेहतर होता बनाने वाले ठेकेदार के खिलाफ कदम उठाया जाता और डिजाइन बनाने वाले से भी पूछताछ होती।
करोड़ों खर्च हो चुका है। लेकिन भवन कार्यशील होने से पहले ही बर्बादी के कगार पर है।
इस भवन के बनने से पहले पिछली भाजपा की धूमल सरकार नें इसी जगह पर 30 दुकानें,पार्किंग स्थल,नगर परिषद का दफ्तर,और सबसे ऊपर 25 कमरों का गेस्ट हाउस बनाना तय किया था और इसका बाकायदा शिलान्यास भी हुआ था परन्तु दोबारा कांग्रेस सरकार के आने के बाद इसका सारा प्रारुप ही बदल दिया गया।और कमाऊ पूत की जगह सफ़ेद हाथी खड़ा कर दिया। और अब इसके बाबजूद लगभग 5 या 6 करोड़ से बने इस भवन में कहीं भी नगर परिषद के दफ्तर का प्रावधान नहीं है,सुचारु पार्किंग सुविधा नहीं है,भवन में उचित पानी की निकासी नहीं है,इस भवन में अभी तक 3 फेस बिजली का प्रावधान नहीं है,जिस भवन को लोगों की सुविधा के लिये बनाया है उस भवन में उचित पार्किंग व्यवसथा ही नहीं है तो कौन यहाँ अपना फंक्शन करना पसंद करेगा
सब कुछ कर करा के ये सफ़ेद हाथी ही रहेगा इसका नगर परिषद की कमाई में कोई इज़ाफा नहीं होगा।अन्ततः इसे तोड़ मरोड़ कर ही प्रयोग में लाया जायेगा।