उपायुक्त डॉ.निपुण जिंदल ने की विकास खंडों में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा
कहा....विकास कार्यों के बेहतर क्रियान्वयन में खंड विकास अधिकारियों की भूमिका अहम
धर्मशाला, 10 सितम्बर (विजयेन्दर शर्मा) । कांगड़ा जिला के समस्त विकास खंडों में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा को लेकर आज केबिनेट हॉल में बैठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त कांगड़ा डॉ.निपुण जिंदल ने की। बैठक में सभी खंड विकास अधिकारियों, डीआरडीए, पंचायती राज के अधिकारियों ने भाग लिया।
उपायुक्त ने सभी विकास खंड अधिकारियों को ग्रामीण विकास से जुड़े कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए खंड विकास अधिकारियों की भूमिका अहम होती है। उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को विकास के तय लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्यमंत्री एक बीघा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका योजना, स्वच्छ भारत अभियान (ग्रामीण), पंचवटी पार्कों, मुख्यमंत्री लोक भवन योजना, मोक्ष धाम, पशुधन पुरस्कार योजना, गौ सदनों के निर्माण, सफलता की कहानियां, वाटर शैड योजना, पंचायत घरों, सामुदाियक भवनों के निर्माण, बैंक सखी-उद्योग सखी, मॉडल स्कूल, हिम ईरा शॉप, कृषि सखी-पशु सखी, एक साल पांच काम, कैच दी रैन, ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन तथा मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
डॉ.निपुण जिंदल ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले में महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य के साथ स्वयं सहायता समूहों के गठन पर बल दिया। उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को पंचायत स्तर पर समग्र मनरेगा पर विशेष फोक्स करने को कहा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग लाभान्वित हो सकें।
उपायुक्त ने पंचायतों में विकास कार्यों के लिए आवंटित धनराशि का सदुपयोग करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर निर्माण कार्यों का नियमित तौर पर निरीक्षण किया जाए तथा निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने विकास खंड अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि सभी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करना जरूरी है ताकि विकास कार्यों को पूर्ण करने में तेजी लाई जा सके।
उपायुक्त ने बैठक में योजना विभाग व पंचायती राज विभाग से जुड़े विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा भी की और कार्यों को गति देने को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिये।
इस अवसर पर एडीसी राहुल कुमार, उप निदेशक एवं परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अधिकरण सोनू गोयल, जिला पंचायत अधिकारी अश्विनी शर्मा, जिला योजना अधिकारी आलोक धवन, सभी ब्लॉकों के खंड विकास अधिकारी तथा पंचायत विभाग तथा डीआरडीए के कर्मचारी मौजूद रहे।
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कहा....विकास कार्यों के बेहतर क्रियान्वयन में खंड विकास अधिकारियों की भूमिका अहम
धर्मशाला, 10 सितम्बर (विजयेन्दर शर्मा) । कांगड़ा जिला के समस्त विकास खंडों में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा को लेकर आज केबिनेट हॉल में बैठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त कांगड़ा डॉ.निपुण जिंदल ने की। बैठक में सभी खंड विकास अधिकारियों, डीआरडीए, पंचायती राज के अधिकारियों ने भाग लिया।
उपायुक्त ने सभी विकास खंड अधिकारियों को ग्रामीण विकास से जुड़े कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए खंड विकास अधिकारियों की भूमिका अहम होती है। उन्होंने सभी खंड विकास अधिकारियों को विकास के तय लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्यमंत्री एक बीघा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका योजना, स्वच्छ भारत अभियान (ग्रामीण), पंचवटी पार्कों, मुख्यमंत्री लोक भवन योजना, मोक्ष धाम, पशुधन पुरस्कार योजना, गौ सदनों के निर्माण, सफलता की कहानियां, वाटर शैड योजना, पंचायत घरों, सामुदाियक भवनों के निर्माण, बैंक सखी-उद्योग सखी, मॉडल स्कूल, हिम ईरा शॉप, कृषि सखी-पशु सखी, एक साल पांच काम, कैच दी रैन, ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन तथा मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
डॉ.निपुण जिंदल ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले में महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य के साथ स्वयं सहायता समूहों के गठन पर बल दिया। उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को पंचायत स्तर पर समग्र मनरेगा पर विशेष फोक्स करने को कहा ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग लाभान्वित हो सकें।
उपायुक्त ने पंचायतों में विकास कार्यों के लिए आवंटित धनराशि का सदुपयोग करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर निर्माण कार्यों का नियमित तौर पर निरीक्षण किया जाए तथा निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने विकास खंड अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि सभी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करना जरूरी है ताकि विकास कार्यों को पूर्ण करने में तेजी लाई जा सके।
उपायुक्त ने बैठक में योजना विभाग व पंचायती राज विभाग से जुड़े विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा भी की और कार्यों को गति देने को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिये।
इस अवसर पर एडीसी राहुल कुमार, उप निदेशक एवं परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अधिकरण सोनू गोयल, जिला पंचायत अधिकारी अश्विनी शर्मा, जिला योजना अधिकारी आलोक धवन, सभी ब्लॉकों के खंड विकास अधिकारी तथा पंचायत विभाग तथा डीआरडीए के कर्मचारी मौजूद रहे।
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