कृषि, बागबानी को बढ़ावा देने पर खर्च किए 139 लाख: एडीसी
कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण की समीक्षा बैठक आयोजित
धर्मशाला, 12 जनवरी विजयेन्दर शर्मा) । । कृषि, बागबानी व पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण(आतमा) के माध्यम से कांगड़ा जिला में चालू वित वर्ष में विभिन्न गतिविधियों के लिए 328.606 लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया गया जिसमें से 139.74 लाख रुपये खर्च किये जा चुके हैं तथा प्राकृतिक खेती खुशहाल योजना के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों के लिए 292.175 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है जिसमें से 222.478 लाख रुपये खर्च किये जा चुके हैं
यह जानकारी ए.डी. सी राहुल कुमार ने बुधवार को उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में आयोजित कृषि प्रौद्योगिकी प्रबन्ध अभिकरण(आतमा) की गवर्निग बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। ए.डी.सी ने कहा कि कृषि व सम्बद्ध विभागों के अधिकारी बेहतर तालमेल बनाकर आतमा स्कीम एवं सरकार द्वारा कृषकों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का सुचारू रूप से क्रियान्वयन करें।
इस दौरान ए.डी.सी ने बताया कि वर्तमान वित वर्ष में कांगड़ा जिला में 10800 किसानों को प्राकृतिक खेती के दायरे में लाया जाना था उसके एवज में 9952 किसान प्राकृतिक खेती के दायरे में लाये गये हैं। उन्होंने कहा कि किसानों का प्राकृतिक खेती में रूझान बढ़ा है। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में वर्ष 2018 से अभी तक 37234 किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं
ए.डी.सी ने बताया कि चालू वित बर्ष में 7769 किसानों को सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत 811 पंचायतों में यह प्रशिक्षण दे दिया गया है। प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए 109 देसी गाय पर 25 हजार रुपये प्रति गाय अनुदान दिया गया है। गौशाला के फर्श को पक्का करने के लिए 671 किसानों को लाभान्वित किया गया है। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत घटक बनाने के लिए 9808 प्लास्टिक ड्रम पर 75 प्रतिशत अनुदान के हिसाब से 9808 किसानों को लाभान्वित किया गया है। संसाधन भंडार बनाने के लिए 10000 अनुदान प्रति किसान के हिसाब से 206 किसानों को लाभान्वित किया गया है तथा युवा जागरूकता शिविर में 17 युवाओं को इस योजना से अन्तर्गत 6 महीने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें फार्मिंग करना सिखाएं जायेगा और स्कूल सतर पर प्रकृति खेती के बारे में 850 बच्चों को जागरूक किया है व प्राकृतिक खेती प्रर्दशन प्लॉट के उपर एक प्रेजेंटेशन भी दी गई ।
परियोजना निदेशक आतमा डॉ.शशि पाल अत्री ने बैठक का संचालन किया तथा विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर कृषि उप निदेशक डॉ. जीत सिंह,उप परियोजना निदेशक आतमा डॉ. दिनेश राणा, डां.संदीप कुमार, डॉ अतुल,डॉ पांडे , डा जय सिंह , डा के. सी नेगी, डा धीमान, डा संदीप, मुनीश सूद , रोहित संग्राय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व प्रगतिशील किसान भी मौजूद थे।
कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण की समीक्षा बैठक आयोजित
धर्मशाला, 12 जनवरी विजयेन्दर शर्मा) । । कृषि, बागबानी व पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण(आतमा) के माध्यम से कांगड़ा जिला में चालू वित वर्ष में विभिन्न गतिविधियों के लिए 328.606 लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया गया जिसमें से 139.74 लाख रुपये खर्च किये जा चुके हैं तथा प्राकृतिक खेती खुशहाल योजना के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों के लिए 292.175 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है जिसमें से 222.478 लाख रुपये खर्च किये जा चुके हैं
यह जानकारी ए.डी. सी राहुल कुमार ने बुधवार को उपायुक्त कार्यालय परिसर के सभागार में आयोजित कृषि प्रौद्योगिकी प्रबन्ध अभिकरण(आतमा) की गवर्निग बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। ए.डी.सी ने कहा कि कृषि व सम्बद्ध विभागों के अधिकारी बेहतर तालमेल बनाकर आतमा स्कीम एवं सरकार द्वारा कृषकों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का सुचारू रूप से क्रियान्वयन करें।
इस दौरान ए.डी.सी ने बताया कि वर्तमान वित वर्ष में कांगड़ा जिला में 10800 किसानों को प्राकृतिक खेती के दायरे में लाया जाना था उसके एवज में 9952 किसान प्राकृतिक खेती के दायरे में लाये गये हैं। उन्होंने कहा कि किसानों का प्राकृतिक खेती में रूझान बढ़ा है। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में वर्ष 2018 से अभी तक 37234 किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं
ए.डी.सी ने बताया कि चालू वित बर्ष में 7769 किसानों को सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत 811 पंचायतों में यह प्रशिक्षण दे दिया गया है। प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए 109 देसी गाय पर 25 हजार रुपये प्रति गाय अनुदान दिया गया है। गौशाला के फर्श को पक्का करने के लिए 671 किसानों को लाभान्वित किया गया है। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत घटक बनाने के लिए 9808 प्लास्टिक ड्रम पर 75 प्रतिशत अनुदान के हिसाब से 9808 किसानों को लाभान्वित किया गया है। संसाधन भंडार बनाने के लिए 10000 अनुदान प्रति किसान के हिसाब से 206 किसानों को लाभान्वित किया गया है तथा युवा जागरूकता शिविर में 17 युवाओं को इस योजना से अन्तर्गत 6 महीने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें फार्मिंग करना सिखाएं जायेगा और स्कूल सतर पर प्रकृति खेती के बारे में 850 बच्चों को जागरूक किया है व प्राकृतिक खेती प्रर्दशन प्लॉट के उपर एक प्रेजेंटेशन भी दी गई ।
परियोजना निदेशक आतमा डॉ.शशि पाल अत्री ने बैठक का संचालन किया तथा विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर कृषि उप निदेशक डॉ. जीत सिंह,उप परियोजना निदेशक आतमा डॉ. दिनेश राणा, डां.संदीप कुमार, डॉ अतुल,डॉ पांडे , डा जय सिंह , डा के. सी नेगी, डा धीमान, डा संदीप, मुनीश सूद , रोहित संग्राय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व प्रगतिशील किसान भी मौजूद थे।
Bijender Sharma*, Press Correspondent Bohan Dehra Road JAWALAMUKHI-176031, Kangra HP(INDIA)*
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