पालमपुर 19 अप्रैल -(विजयेन्दर शर्मा ) । - हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा है कि इस बार राम नौवी के दिन देश के लगभग सात राज्यों में हिंसक घटना और पत्थरबाजी हुई। बहुत से लोग मारे गये और सैंकड़ों जख्मी हुए। भारत जैसे देश में यह घटनाएं बहुत चिन्ताजनक है। जिस देश का वेदान्त पूरे विष्व के लोगों को एक परिवार समझता है उस देश में इस प्रकार की घटनाएं चिन्ताजनक ही नही लज्याजनक है।
उन्होंने कहा कि इस बात की बहुत अधिक प्रसन्नता है कि राम नौवीं के दिन सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में ऐसी किसी भी प्रकार की घटना नहीं हुई। आज उत्तर प्रदेश कानून व्यवस्था की दृश्टि से देश में बहुत आगे निकल गया है। एक सन्यासी मुख्यमंत्री के प्रदेश में इतना बढ़िया शासन व्यवस्था बहुत अधिक प्रशसनीय है। उत्तर प्रदेश में राम नौवीं के उपलक्ष में 771 जलूस निकाले गये और 671 मेलें लगाये गये। अयोध्या में पहली बार 30 लाख से अधिक श्रद्धालूओं की भीड़ जुटी।परन्तु कहीं से भी किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना की खबर नही आई। श्री योगी जी ने घोर अपराधी और महाबलियों को कानून की औपचारिकताओं से ही नही परन्तु बुलडोजर के धमाकों से सीधा किया। केवल कानूनी कार्यवाही से ही महाबलियों को ठीक नही किया जा सकता उनके साथ बुलडोजर का न्याय आवष्यक है।
उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि उत्तर प्रदेश में समाज विरोधी तत्वों को समाप्त करने के लिए सब प्रकार का प्रयत्न किया गया। बड़े-बड़े अपराधियों ने गरीबों की हाथायी सम्पत्ति को वर्षो के बाद सरकार ने वापिस लिया। अनुचित सम्पत्ति पर बनाये गये करोड़ों भवनों को बुलडोजर से गिरा दिया गया। यह सारा काम बड़ी सख्ती से किया गया। एक सन्यासी से इस प्रकार की सख्ती की आशा नही की जा सकती थी। परन्तु योगी आदित्य नाथ जी ने पूरे भारत में एक उदाहरण प्रस्तुत किया है।
राम नौवीं के सबसे अधिक कार्यक्रम उत्तर प्रदेश में हुए लेकिन कहीं पर कोई दुर्घटना नहीं हुई। देश के अन्य सात राज्यों में राम नौवी बेगुनाहों के रक्त से कलंकित हो गई।
उन्होंने पूरे देश के नेताओं से अपील की कि वे कानून व्यवस्था के लिए योगी आदित्य नाथ से सीखे।उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और वहां के अधिकारियों को भी बहुत बहुत बधाई दी है। उन्होंने प्रधानमंत्री जी से विशेष अपील की है कि इस विषय पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को विशेष रूप से सम्मानित करें ।