धर्मशाला। ( विजयेन्दर शर्मा) । नेपाल के त्रिभुवन विश्वविद्यालय सिनास भवन के जनक सभागार में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 3 एवं 4 अप्रैल को किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के दृश्य कला विभाग से राम्या ऐरी द्वारा Role of Indian art and culture in shaping the ethical values in human kind'. विषय पर अपना शोध पत्र पढ़ा तथा दीनदयाल उपाध्याय अध्ययन केंद्र से डा . सुनीता ने शिक्षा ,सहित्य, संस्कृति का समाज विकास में भूमिका पर अपना उद्बोधन दिया। इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में डॉ सुनीता को शिक्षा भूषण अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन हिन्दी केंद्रीय विभाग, त्रिभुवन विश्वविद्यालय कीर्तिपुर काठमान्डू, (नेपाल का सबसे पुराना विश्वविद्यालय), शिक्षा विभाग, राम सुहाग तिलक कॉलेज ऑफ एजुकेशन जहानाबाद ,बिहार तथा हिमालिनी कृष्ण चंद्र मिश्र पब्लिकेशन काठमांडू के संयुक्त तत्वावधान किया गया। संगोष्ठी का विषय वर्तमान परिदृश्य में 'शिक्षा, साहित्य, संस्कृति और समाज की भूमिका था।