जिला में ‘हरियाली‘ लाने पर व्यय हो रहे 44 करोड़: उपायुक्त

जिला में 'हरियाली' लाने पर व्यय हो रहे 44 करोड़: उपायुक्त
धर्मषाला, 29 नवंबर। कांगड़ा की बंजर भूमि में हरियाली लाने तथा जल संरक्षण करने के दृश्टिगत जिला में 44 करोड़ 22 लाख की 18 परियोजनाएं  एकीकृत जलागम विकास कार्यक्रम के तहत कार्यान्वित की जा रही हैं। जिसके अंतर्गत 74 हजार हेक्टेयर भूमि को कृशि योग्य बनाने की योजना है। जिसमें अभी तक इस योजना के तहत 48 हजार हेक्टेयर भूमि को कृशि योग्य बनाया जा चुका है।

      यह जानकारी उपायुक्त कांगड़ा श्री आरएस गुप्ता ने आज यहां देते हुए कहा कि वर्तमान परिपेक्ष्य में पर्यावरण संरक्षण के साथ जल संरक्षण करना समय की आवष्यकता बन गई है जिस के लिए सरकार द्वारा जिला में जलागम कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से कार्यान्वित किया जा रहा है।

     उन्होंने कहा कि जिला के सूखाग्रस्त विकास खंड देहरा के लिए चालीस करोड़ रूपये की जलागम परियोजना स्वीकृत की गई है जिसके चलते इस उपमंडल में वर्शा के जल संरक्षण हेतु भंडारण टैंकों, तालाब एवं चैक डैम इत्यादि निर्मित किए जा रहे हैं इसके साथ ही पर्यावरण के संरक्षण हेतु वनीकरण कार्यक्रम के तहत औशधीय पौधों के अलावा फलदार इत्यादि पौधों का रोपण तथा लोगों की अजीविका हेतु भी विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।

    उपायुक्त ने बताया कि एकीकृत जलागम विकास कार्यक्रम के तहत जिला में दो जलागम परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है इसके साथ ही सोलह का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि सभी ब्लाकों में वाटरषेड परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं।

   उन्होंने बताया कि जिले में जहां जहां वाटरषेड परियोजनाएं आरंभ की गई हैं उन इलाकों में जल स्तर में बढ़ोतरी के साथ साथ ग्रामीणों को सब्जियां इत्यादि की सिंचाई के लिए पानी भी उपलब्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि वाटरषेड प्रोजेक्टों का कार्य समय पर पूरा करने के दिषा निर्देष भी दिए गए हैं ताकि ग्रामीणों को वाटरषेड प्रोजेक्टों का लाभ मिल सके।

BIJENDER SHARMA

हि‍माचल प्रदेश का समाचार पोर्टल

एक टिप्पणी भेजें

Thanks For Your Visit

और नया पुराने