चुनावों में एन एस यू आई ने बाजी मार कर ए बी वी पी का सूपडा साफ
ज्वालामुखी : चुनावों में एन एस यू आई ने बाजी मार कर ए बी वी पी का सूपडा साफ कर दिया। ज्वालामुखी में भाजपा को आपसी गुटबाजी छात्रसंघ चुनावों में ले डूबी। जबकि उम्मीद के विपरीत एन एस यू आई के नतीजे सामने आये। व कांग्रेस समर्थित संगठन ने चारों सीटों पर अपना कब्जा जमा लिया। पंचायत चुनावों से पहले स्थानीय विधायक रमेश धवाला के लिये यह व्यक्तिगत नुकसान है। स्थानीय विधायक खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रमेश धवाला की व्यक्तिगत दिलचस्पी न लेने की वजह से ज्वालामुखी में ए बी वी पी हारी।
भाजपा समर्थित संगठन ए बी वी पी को आपसी गुटबाजी ही ले डूबी। हालांकि एन एस यू आई के पैनल की घोषणा नामांकन भरने की आखिरी तारीख को हुई जिससे मामला उलझ गया लेकिन जीत गये । भाजपा में आपसी गुटबाजी की वजह से इस बार कोई भी नेता चुनावों के लिये आगे नहीं आया। यहां भाजपा अपनी डफली अपना राग अलाप रहे हैं। व संगठन कई गुटों में बंटा है। इस मौके पर पुलिस ने भी खास मुसतैदी दिखाई। जिससे महौल शांन्तिपूर्ण रहा।
एन.एस.यू.आई की तरफ से बी.एस.सी प्रथम की कक्षा की छात्रा कमलेश कुमारी ने सी.आर के पद के लिए नामांकन भरा परंतु विपद्वा पार्टी की तरफ से कोई भी मैडिकल में सी.आर.का पद भरने के लिए नहीं आया जिसके कारण एन.एस.यू.आई की कमलेश कुमारी को पहले ही र्निविरोध विजयी घोषित कर दिया गया था। आज घोषित चुनावों में एन एस आई ने बाजी मार कर ए बी वी पी का सूपडा साफ कर दिया। अध्यक्ष पद के एन एस यू आई के धीरज शर्मा को 264 के मुकाबले 364 मत पडे व उन्हें विजयी घोषित किया गया जबकि उपाध्यक्ष पद पर बेबी को 275 के मुकाबले 352 मत पडे व उन्हें विजय मिली। इसी तरह महासचिव पद पर 221 के मुकाबले अमित सूद को 405 मत पडे। संयुक्त सचिव पद पर 254 के मुकाबले भावना को 374 मत मिल
चुनावों की घोषणा के बाद कालेज के छात्र नारे लगाते हुये जलूस की शक्ल में कालेज से बस अड्डे तक आये व नाचते झूमते हुये मंदिर तक गये। व अपनी खुशी का इजहार किया।
ज्वालामुखी : चुनावों में एन एस यू आई ने बाजी मार कर ए बी वी पी का सूपडा साफ कर दिया। ज्वालामुखी में भाजपा को आपसी गुटबाजी छात्रसंघ चुनावों में ले डूबी। जबकि उम्मीद के विपरीत एन एस यू आई के नतीजे सामने आये। व कांग्रेस समर्थित संगठन ने चारों सीटों पर अपना कब्जा जमा लिया। पंचायत चुनावों से पहले स्थानीय विधायक रमेश धवाला के लिये यह व्यक्तिगत नुकसान है। स्थानीय विधायक खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रमेश धवाला की व्यक्तिगत दिलचस्पी न लेने की वजह से ज्वालामुखी में ए बी वी पी हारी।
भाजपा समर्थित संगठन ए बी वी पी को आपसी गुटबाजी ही ले डूबी। हालांकि एन एस यू आई के पैनल की घोषणा नामांकन भरने की आखिरी तारीख को हुई जिससे मामला उलझ गया लेकिन जीत गये । भाजपा में आपसी गुटबाजी की वजह से इस बार कोई भी नेता चुनावों के लिये आगे नहीं आया। यहां भाजपा अपनी डफली अपना राग अलाप रहे हैं। व संगठन कई गुटों में बंटा है। इस मौके पर पुलिस ने भी खास मुसतैदी दिखाई। जिससे महौल शांन्तिपूर्ण रहा।
एन.एस.यू.आई की तरफ से बी.एस.सी प्रथम की कक्षा की छात्रा कमलेश कुमारी ने सी.आर के पद के लिए नामांकन भरा परंतु विपद्वा पार्टी की तरफ से कोई भी मैडिकल में सी.आर.का पद भरने के लिए नहीं आया जिसके कारण एन.एस.यू.आई की कमलेश कुमारी को पहले ही र्निविरोध विजयी घोषित कर दिया गया था। आज घोषित चुनावों में एन एस आई ने बाजी मार कर ए बी वी पी का सूपडा साफ कर दिया। अध्यक्ष पद के एन एस यू आई के धीरज शर्मा को 264 के मुकाबले 364 मत पडे व उन्हें विजयी घोषित किया गया जबकि उपाध्यक्ष पद पर बेबी को 275 के मुकाबले 352 मत पडे व उन्हें विजय मिली। इसी तरह महासचिव पद पर 221 के मुकाबले अमित सूद को 405 मत पडे। संयुक्त सचिव पद पर 254 के मुकाबले भावना को 374 मत मिल
चुनावों की घोषणा के बाद कालेज के छात्र नारे लगाते हुये जलूस की शक्ल में कालेज से बस अड्डे तक आये व नाचते झूमते हुये मंदिर तक गये। व अपनी खुशी का इजहार किया।