शिमला ---हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पंचायत चुनावों में भाजपा की दलित विरोधी नीति को अपना मुख्य मुद्दा बनाएगी। ये घोषणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर ने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता में की। उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष खीमीराम पर जिस तरह से उनकी ही पार्टी के जिलाध्यक्ष राम सिंह ने दलित विरोधी रवैया अपनाते हुए मोर्चा खोला है, उससे सत्तापक्ष की कथनी और करनी सामने आ गई है। इसी तरह पार्टी मंत्रिमंडल से लेकर निगम-बोर्ड में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद पर अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग की अनदेखी करने का आरोप भी लगा रही है।
स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की तरफ से इस बारे खास रणनीति बनाई गई है। इसमें खीमीराम के साथ घटी घटना को प्रमुखता से उठाने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश मंत्रिमंडल में भी दलित वर्ग से ईश्वर दास धीमान को मंत्री बनाया गया है, लेकिन वह भी सवर्ण लोहार की श्रेणी में आते हैं। इसके विपरीत प्रदेश कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए विधानसभा अध्यक्ष पद पर इस श्रेणी से गंगूराम मुसाफिर, मंत्री पद पर कुलदीप कुमार और सिंघी राम तथा मुख्य संसदीय सचिव के पद पर टेक चंद व डॉ. प्रेम को स्थान दिया था।दूसरी तरफ खीमीराम के साथ हुई घटना को लेकर भाजपा को सुरक्षात्मक रुख अपनाना पड़ा है, क्योंकि मामला उनकी अपनी ही पार्टी की तरफ से उठा है।कौल सिंह ने यह भी कहा कि स्थानीय निकाय व पंचायत चुनाव में भाजपा सांसद वीरेंद्र कश्यप को लेन-देन के मामले में क्लीन चिट देने को भी कांग्रेस चुनावी मुद्दा बनाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की धूमल सरकार ने भ्रष्टाचार से समझौता कर लिया है।
कौल सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला में हुए फर्जीवाड़े में तत्कालीन अध्यक्ष व सचिव के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। उनका आरोप है कि सरकार बड़ी मछलियों पर हाथ नहीं डाल रही है, जबकि छोटे कर्मचारियों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है। उन्होंने सुंदरनगर में प्रस्तावित स्थान पर सीमेंट प्लांट लगाने का विरोध किया और प्रदेश हाईकोर्ट द्वारा इस प्लांट को दी गई पर्यावरणीय स्वीकृतियों को रद्द करने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए नाल्टी में जगह का चयन किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इसके विपरीत कार्य करके सुंदरनगर के सौंदर्य को आघात पहुंचाना चाहती है। उन्होंने कहा कि कुल्लू में भाजपा ने कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं को टिकट देकर सत्तापक्ष ने यह दर्शा दिया कि उनके पास अब चुनाव लडऩे के लिए प्रत्याशी ही नहीं है। कौल सिंह ठाकुर ने मंडी जिला में एक मंत्री की तरफ से बनाई जा रही सड़क मामले की जांच करने की मांग की
स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की तरफ से इस बारे खास रणनीति बनाई गई है। इसमें खीमीराम के साथ घटी घटना को प्रमुखता से उठाने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश मंत्रिमंडल में भी दलित वर्ग से ईश्वर दास धीमान को मंत्री बनाया गया है, लेकिन वह भी सवर्ण लोहार की श्रेणी में आते हैं। इसके विपरीत प्रदेश कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए विधानसभा अध्यक्ष पद पर इस श्रेणी से गंगूराम मुसाफिर, मंत्री पद पर कुलदीप कुमार और सिंघी राम तथा मुख्य संसदीय सचिव के पद पर टेक चंद व डॉ. प्रेम को स्थान दिया था।दूसरी तरफ खीमीराम के साथ हुई घटना को लेकर भाजपा को सुरक्षात्मक रुख अपनाना पड़ा है, क्योंकि मामला उनकी अपनी ही पार्टी की तरफ से उठा है।कौल सिंह ने यह भी कहा कि स्थानीय निकाय व पंचायत चुनाव में भाजपा सांसद वीरेंद्र कश्यप को लेन-देन के मामले में क्लीन चिट देने को भी कांग्रेस चुनावी मुद्दा बनाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की धूमल सरकार ने भ्रष्टाचार से समझौता कर लिया है।
कौल सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला में हुए फर्जीवाड़े में तत्कालीन अध्यक्ष व सचिव के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। उनका आरोप है कि सरकार बड़ी मछलियों पर हाथ नहीं डाल रही है, जबकि छोटे कर्मचारियों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है। उन्होंने सुंदरनगर में प्रस्तावित स्थान पर सीमेंट प्लांट लगाने का विरोध किया और प्रदेश हाईकोर्ट द्वारा इस प्लांट को दी गई पर्यावरणीय स्वीकृतियों को रद्द करने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए नाल्टी में जगह का चयन किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इसके विपरीत कार्य करके सुंदरनगर के सौंदर्य को आघात पहुंचाना चाहती है। उन्होंने कहा कि कुल्लू में भाजपा ने कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं को टिकट देकर सत्तापक्ष ने यह दर्शा दिया कि उनके पास अब चुनाव लडऩे के लिए प्रत्याशी ही नहीं है। कौल सिंह ठाकुर ने मंडी जिला में एक मंत्री की तरफ से बनाई जा रही सड़क मामले की जांच करने की मांग की