शिमला, 22 अगस्त ( )। बागवानी एवं स्वास्थ्य मंत्री नरेन्द्र बरागटा ने
आज यहां कहा कि प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र को सर्वोच्च
प्राथमिकता प्रदान की है तथा गत साढ़े चार वर्षों में इस क्षेत्र में
अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं आरम्भ की गई हैं, जिसका लोगों को व्यापक लाभ
मिला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज
एवं अस्पताल में पीजीआई स्तर की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास किए गए
हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री का कार्यभार संभालने के
पश्चात उन्होंने गत दिनों विभागाध्यक्षों के साथ एक बैठक आयोजित की थी,
जिसमें आईजीएमसी में और अधिक गुणात्मक सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए
दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में अलग से
आपातकालीन विभाग के सृजन पर विचार किया जाएगा ताकि इसे और सुदृढ़ किया जा
सके और लागों को विशेषज्ञ चिकित्सकों की अतिरिक्त उपलब्धता के साथ-साथ
स्तरोन्नत सुविधाएं मिल सकें। यहां आने वाले रोगियों के लिए 'ट्राली'
व्यवस्था पर भी विचार किया जा रहा है ताकि वार्ड में शिफ्ट होने से पूर्व
रोगी की हर प्रकार की जांच का कार्य ट्राली में ही किया जा सके। इस
प्रकार रोगी को बार-बार शिफ्ट होने से बचाया जा सकेगा।
श्री बरागटा ने कहा कि शिमला के कैंसर अस्पताल में अतिरिक्त स्थान की
व्यवस्था के लिए प्रभावी पग उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नेत्र विभाग
में 'फैक्को' मशीन के सुचारू संचालन की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।
इसके लिए मशीन की मुरम्मत व निविदा प्रक्रिया 30 दिन में पूरी करने के
निर्देश दिए गए हैें ताकि मशीन की सुविधा लोगों को मिलनी आरम्भ हो सके।
कालेज में चिकित्सकों के लिए पुस्तकालय सुविधा को रात 10 बजे तक बढ़ाने
के लिए भी उचित पग उठाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि नर्सों
को 'चेंज रूम' उपलब्ध करवाने के लिए अतिरिक्त कमरों की व्यवस्था के लिए
रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर एवं गुणात्मक स्वास्थ्य
सेवाएं उपलब्ध करवाने के प्रति कृतसंकल्प है और इस दिशा में और प्रभावी
पग उठाए जाएंगे।
आज यहां कहा कि प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र को सर्वोच्च
प्राथमिकता प्रदान की है तथा गत साढ़े चार वर्षों में इस क्षेत्र में
अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं आरम्भ की गई हैं, जिसका लोगों को व्यापक लाभ
मिला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज
एवं अस्पताल में पीजीआई स्तर की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास किए गए
हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री का कार्यभार संभालने के
पश्चात उन्होंने गत दिनों विभागाध्यक्षों के साथ एक बैठक आयोजित की थी,
जिसमें आईजीएमसी में और अधिक गुणात्मक सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए
दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में अलग से
आपातकालीन विभाग के सृजन पर विचार किया जाएगा ताकि इसे और सुदृढ़ किया जा
सके और लागों को विशेषज्ञ चिकित्सकों की अतिरिक्त उपलब्धता के साथ-साथ
स्तरोन्नत सुविधाएं मिल सकें। यहां आने वाले रोगियों के लिए 'ट्राली'
व्यवस्था पर भी विचार किया जा रहा है ताकि वार्ड में शिफ्ट होने से पूर्व
रोगी की हर प्रकार की जांच का कार्य ट्राली में ही किया जा सके। इस
प्रकार रोगी को बार-बार शिफ्ट होने से बचाया जा सकेगा।
श्री बरागटा ने कहा कि शिमला के कैंसर अस्पताल में अतिरिक्त स्थान की
व्यवस्था के लिए प्रभावी पग उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नेत्र विभाग
में 'फैक्को' मशीन के सुचारू संचालन की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।
इसके लिए मशीन की मुरम्मत व निविदा प्रक्रिया 30 दिन में पूरी करने के
निर्देश दिए गए हैें ताकि मशीन की सुविधा लोगों को मिलनी आरम्भ हो सके।
कालेज में चिकित्सकों के लिए पुस्तकालय सुविधा को रात 10 बजे तक बढ़ाने
के लिए भी उचित पग उठाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि नर्सों
को 'चेंज रूम' उपलब्ध करवाने के लिए अतिरिक्त कमरों की व्यवस्था के लिए
रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर एवं गुणात्मक स्वास्थ्य
सेवाएं उपलब्ध करवाने के प्रति कृतसंकल्प है और इस दिशा में और प्रभावी
पग उठाए जाएंगे।