ज्वालामुखी, 21 अप्रैल ( विजयेन्दर शर्मा)। कांगड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी चंदर कुमार ने आज ज्वालामुखी में मूहल , डाटी , लगड़ू व सिहोरवाला में आयोजित नुक्कड़ सभाओं के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए दावा किया कि कांगड़ा जिला का अब तक जो भी विकास हुआ है, वह केवल और केवल कांगे्रस पार्टी और वीरभद्र की देन है। जिसे झुठलाया नहीं जा सकता है, जबकि भाजपा ने हमेशा कांगड़ा के लोगों के साथ झूठे वायदे करके गुमराह किया है। चंदर कुमार ने कहा कि शान्ता कुमार किस आधार पर कांगड़ा के लोगों से वोट मांग रहे है, जब वह प्रदेश और देश के महत्वपूर्ण पदों पर आसीन थे तब तो उन्होने प्रदेश और विशेषकर कांगड़ा के लिए कुछ नहीं करवा सके और अब बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं। उन्होने कहा कि यदि शान्ताकुमार चाहते तो कांगड़ा के लिए बहुत कुछ करवा सकते थे क्योकि शान्ता कुमार भाजपा के शीर्ष नेताओं में से एक हैं और दो बार प्रदेश के मुखयमंत्री और में एनडीए सरकार के दौरान केबिनेट मंत्री के अतिरिक्त कई बार सांसद रहे है। उन्होने बताया कि शान्ता कुमार अपने राजनैतिक काल की कोई एक उपलब्धि बताए जिससे कांगड़ा के लोगों को लाभ पहूंचा हो । उन्होने कहा कि मुखयमंत्री वीरभद्र सिंह ने यूपीए सरकार में केबिनेट मंत्री पद पर रहते हुए कांगड़ा के लिए केन्द्रीय विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय फै शन टेकनोजी संस्थान के अतिरिक्त टांडा मैडिकल कालेज में सुपर स्पैश्यिलिटि अस्पताल का दर्जा प्रदान करने के लिए 150 करोड़ केंद्र से स्वीकृत करवाए, जिसका सीधा लाभ कांगड़ा के लोगों को मिल रहा है । उन्होने कहा कि चंबा-कांगड़ा के लोगों की सुविधा के लिए होली- चामुण्डा के मध्य टनल के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार कर ली गई है जिसका निर्माण कार्य शीघ्र होने वाला है , जिसके बनने से कांगडा -चंबा के बीच लगभग एक सौ किलोमीटर दूरी कम हो जाएगी । इसी प्रकार जदरांगल में निजि क्षेत्र में आईटी पार्क स्थापित किया जा रहा है जिसके बनने से कांगडा के बेरोजगार युवाओं को घरद्वार पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि सब लोग जानते हैं कि भाजपा के कार्यकाल में कांगड़ा की कितनी अनदेखी हुई थी और कांगडा में इस दौरान सारे विकास कार्य ठप्प पड़ गए थे। उन्होने कहा कि इसी कारण प्रदेश की जनता ने भाजपा को वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में धूल चटा दी थी । उन्होने कहा कि क ांग्रेस विकास के नाम पर वोट मांग रही है। उन्होने लोगों को याद दिलाते हुए कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने ज्वालामुखी हल्के के साथ कितना भेदभाव किया था, और कांग्रेस पार्टी के सता में आते ही ज्वालामुखी ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में विकास की एक झड़ी लग गई है। चंदर कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के 50 वर्ष से अधिक राजनैतिक अनुभव के फ लस्वरूप प्रदेश के विकास को नई दिशा मिल रही है तथा इनके नेतृत्व में वर्ष 2012 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भारी बहुमत प्राप्त हुआ था और अब राज्य में लोकसभा चुनाव लडा जा रहा है। उन्होने कहा कि वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में प्रदेश की चारों सीटे कांग्रेस की झोली में जाएगी और केन्द्र में तीसरी बार यूपीए सरकार अपना वर्चस्व कायम करेगी और भाजपा नमो-नमो करते हुए मुंगेरी लाल के हसीन सपने देखती रह जाएगी। स्थानीय विधायक संजय रतन ने कहा कि सपने देखना व लोगों को सुनहरी सपने दिखाकर सत्ता हथियाना भाजपा की फितरत में शुमार है। जबकि कांग्रेस ने हमेशा विकास तथा गरीब आदमी की सेवा को प्राथमिकता दी है। स्थानीय जनता अब भाजपा के बहकावे में आने वाली नहीं है, मोदी का हिमाचल में कोई नाम लेवा नहीं बचेगा। जो नेता स्वयं को प्रधानमंत्री बनाने के लिए पूरी पार्टी को दरकिनार कर सकता है, वह सत्ता में आने पर न जाने क्या-क्या करेगा।
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