ज्वालाजी में श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले की तैयारियों को लेकर बैठक आयोजित
ज्वालामुखी 26 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा) । : प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालाजी में श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले 9 अगस्त से 18 अगस्त , 2021 तक कोरोना संबंधित दिशा-निर्देशों के तहत आयोजित किये जाएंगे। सहायक आयुक्त मंदिर एवं एसडीएम ज्वालामुखी श्री मनोज कुमार ने श्रावण अष्टमी नवरात्र की तैयारियों को लेकर आयोजित मंदिर न्यास की बैठक में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी विश्वप्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, तथा देश-विदेश के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र होने के कारण यहां श्रद्धालू हर नवरात्र में बड़ी संख्या में आते हैं। लेकिन कोरोना को देखते हुए कोविड संबंधित दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाजार में भोजन एवं अन्य खाद्य पदार्थ बेचने वाले लोग सफाई का पूरा ध्यान रखें अन्यथा उनके विरुद्ध कायवाई भी अमल में लाई जाएगी।उन्होंने कहा कि इस दौरान सभी विभाग एवं आने वाले श्रद्धालू सफाई एवं सवच्छता का विशेष ध्यान रखें।
उन्होंनेे जलशक्ति विभाग के अधिकारियों को पेयजल स्त्रोतों की साफ सफाई सुनिश्चित बनाने और नगरपालिका ज्वालाजी को मेले के दौरान पार्किंग व सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए तथा सफाई कर्मचारीयों को पहचान पत्र लगाना आवश्यक होगा। उन्होने कहा की मंदिर रोड़ पर ढ़ोल-नगाड़े और भिक्षा देने पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा। इसके अतिरिक्त शस्त्र एवं विस्फोटक पदार्थ भी पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस, स्वास्थ्य, लोक निर्माण, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, गृह रक्षा, परिवहन, विद्युत, इत्यादि सम्बन्धित विभाग पर्यटकों एवं श्रद्धालुुओं को हर सम्भव सहायता एवं सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए तत्पर रहें। उन्होने कहा कि लंगर लगाने के इच्छुक श्रद्धालुओं को पहले प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ेगी और खाद्य निरीक्षण विभाग के अनुसार खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता रखनी पड़ेगी।
एसडीएम ने कहा कि व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करना उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने स्थानीय व बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वह नवरात्रोें के दौरान स्थानीय प्रशासन, मंदिर समितियों व धार्मिक स्थलों के स्वयंसेवी श्रद्धालुओं को व्यवस्था बनाये रखने में अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में वाहनों में क्षमता से अधिक लोगों को न भरा जाये। यातायात नियमों का पालन करें ताकि दुर्धटनाओं तथा अनावश्यक जाम से बचा जा सके।
उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि मंदिर में दर्शन, पूजा अर्चना अथवा मंदिर परिक्रमा के समय धक्का-मुक्की न करें तथा श्रद्धापूर्वक पंक्तिबद्ध हो कर भक्ति भाव से दर्शन करते हुए व्यवस्था को सचारु बनाने में सहयोग दें। उन्होंने श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को सचेत करते हुए कहा कि वह अपनी यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें तथा किसी भी प्रकार की कठिनाई के समय स्थानीय प्रशासन को सूचित करें। इस अवसर पर नायब तहसीलदार एवं मंदिर अधिकारी निर्मल सिंह, डीएसपी ज्वालामुखी श्री चंद्र पॉल सिंह , बीएमओ ज्वालामुखी डॉक्टर पवन, नगर परिषद् कार्यकारी अधिकारी हितेश कुमार, योगी तीर्थनाथ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, व्यापार मंडल के सदस्य, मंदिर प्रशासन, मंदिर नयास सदस्य उपस्थित रहे।
ज्वालामुखी 26 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा) । : प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालाजी में श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले 9 अगस्त से 18 अगस्त , 2021 तक कोरोना संबंधित दिशा-निर्देशों के तहत आयोजित किये जाएंगे। सहायक आयुक्त मंदिर एवं एसडीएम ज्वालामुखी श्री मनोज कुमार ने श्रावण अष्टमी नवरात्र की तैयारियों को लेकर आयोजित मंदिर न्यास की बैठक में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी विश्वप्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, तथा देश-विदेश के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र होने के कारण यहां श्रद्धालू हर नवरात्र में बड़ी संख्या में आते हैं। लेकिन कोरोना को देखते हुए कोविड संबंधित दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाजार में भोजन एवं अन्य खाद्य पदार्थ बेचने वाले लोग सफाई का पूरा ध्यान रखें अन्यथा उनके विरुद्ध कायवाई भी अमल में लाई जाएगी।उन्होंने कहा कि इस दौरान सभी विभाग एवं आने वाले श्रद्धालू सफाई एवं सवच्छता का विशेष ध्यान रखें।
उन्होंनेे जलशक्ति विभाग के अधिकारियों को पेयजल स्त्रोतों की साफ सफाई सुनिश्चित बनाने और नगरपालिका ज्वालाजी को मेले के दौरान पार्किंग व सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए तथा सफाई कर्मचारीयों को पहचान पत्र लगाना आवश्यक होगा। उन्होने कहा की मंदिर रोड़ पर ढ़ोल-नगाड़े और भिक्षा देने पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा। इसके अतिरिक्त शस्त्र एवं विस्फोटक पदार्थ भी पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस, स्वास्थ्य, लोक निर्माण, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, गृह रक्षा, परिवहन, विद्युत, इत्यादि सम्बन्धित विभाग पर्यटकों एवं श्रद्धालुुओं को हर सम्भव सहायता एवं सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए तत्पर रहें। उन्होने कहा कि लंगर लगाने के इच्छुक श्रद्धालुओं को पहले प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ेगी और खाद्य निरीक्षण विभाग के अनुसार खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता रखनी पड़ेगी।
एसडीएम ने कहा कि व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करना उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने स्थानीय व बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वह नवरात्रोें के दौरान स्थानीय प्रशासन, मंदिर समितियों व धार्मिक स्थलों के स्वयंसेवी श्रद्धालुओं को व्यवस्था बनाये रखने में अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में वाहनों में क्षमता से अधिक लोगों को न भरा जाये। यातायात नियमों का पालन करें ताकि दुर्धटनाओं तथा अनावश्यक जाम से बचा जा सके।
उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि मंदिर में दर्शन, पूजा अर्चना अथवा मंदिर परिक्रमा के समय धक्का-मुक्की न करें तथा श्रद्धापूर्वक पंक्तिबद्ध हो कर भक्ति भाव से दर्शन करते हुए व्यवस्था को सचारु बनाने में सहयोग दें। उन्होंने श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को सचेत करते हुए कहा कि वह अपनी यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें तथा किसी भी प्रकार की कठिनाई के समय स्थानीय प्रशासन को सूचित करें। इस अवसर पर नायब तहसीलदार एवं मंदिर अधिकारी निर्मल सिंह, डीएसपी ज्वालामुखी श्री चंद्र पॉल सिंह , बीएमओ ज्वालामुखी डॉक्टर पवन, नगर परिषद् कार्यकारी अधिकारी हितेश कुमार, योगी तीर्थनाथ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, व्यापार मंडल के सदस्य, मंदिर प्रशासन, मंदिर नयास सदस्य उपस्थित रहे।