कांगडा में अभी भी कई लोग लापता
धर्मशाला, 13 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। जिला कांगडा में बारिश में मची तबाही के बाद आज शुरू हुये राहत एंव बचाव कार्य शुरू होते ही जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है लेकिन अभी तक सडक परिवहन को बहाल करने में खासी परेशानी आ रही है
बरसात में पानी के बहाव व मलबे में दबे लोगों के बारे में अभी भी कोई पता नहीं चल पाया है । जिससे लोगों में चिंता व मायूसी का आलम है
सबसे अधिक नुक्सान जिला कांगडा के शाहपुर के बोह इलाके में हुआ है जहां दस मकान जमींदोज हो गये हैं व 15 लोग मलबे में दब गये थे जिनमें पांच लोगों को जिंदा निकाला जा चुका है जबकि दो की मौत हो चुकी है उनकी लाशें बरामद हुई हैं
समाचार लिखे जाने तक लापता लोगों में भीम सिंह, कैंचना देवी, शिव प्रसाद, सुभाष चंद, सब्बू देवी डेढ साल, शिव कुमार, दो बच्चों का अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है।
आज सुबह दोबारा यहां राहत एंव बचाव कार्य शुरू किया गया है यहां एसडीएम शाहपुर, डीएसपी, पुलिस अधीक्षक कांगडा व अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर हैं। विदयुत संचार व पेयजल व्यवस्था को बहाल करने के लिये भी कार्य युद्ध स्तर पर जारी है
इसके साथ ही 50 के करीब एनडीआरएफ के जवान राहत बचाव कार्य में जुटे हैं। तीन से अधिक जेबीसी सहित अन्य उपकरणों की मदद ली जा रही है। इलाके की मैपिंग की थी, लेकिन आज यहां पर सिर्फ और सिर्फ मलबा ही दिखाई दे रहा है। मोबाइल की लोकेशन के आधार पर एनडीआरएफ की टीम काम कर रही है। एनडीएफआर टीम के साथ होमगार्ड और पुलिस के जवानों के जवान भी डटे हैं।
कांगडा के जिलाधीश निपुण जिंदल व एसपी विमुक्त रंजन ने भी मौके का मुआयना किया है। वह दो किमी पैदल चलकर मौके पर पहुंचे, क्योंकि सड़क पर बना पुल भी बह गया है। जिला प्रशासन कंट्रोल रूम के माध्यम से जिलाभर में बारिश से हुए नुक्सान और राहत कार्यों की मॉनिटरिंग सुनिश्चित कर रहा है
धर्मशाला, 13 जुलाई (विजयेन्दर शर्मा)। जिला कांगडा में बारिश में मची तबाही के बाद आज शुरू हुये राहत एंव बचाव कार्य शुरू होते ही जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है लेकिन अभी तक सडक परिवहन को बहाल करने में खासी परेशानी आ रही है
बरसात में पानी के बहाव व मलबे में दबे लोगों के बारे में अभी भी कोई पता नहीं चल पाया है । जिससे लोगों में चिंता व मायूसी का आलम है
सबसे अधिक नुक्सान जिला कांगडा के शाहपुर के बोह इलाके में हुआ है जहां दस मकान जमींदोज हो गये हैं व 15 लोग मलबे में दब गये थे जिनमें पांच लोगों को जिंदा निकाला जा चुका है जबकि दो की मौत हो चुकी है उनकी लाशें बरामद हुई हैं
समाचार लिखे जाने तक लापता लोगों में भीम सिंह, कैंचना देवी, शिव प्रसाद, सुभाष चंद, सब्बू देवी डेढ साल, शिव कुमार, दो बच्चों का अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है।
आज सुबह दोबारा यहां राहत एंव बचाव कार्य शुरू किया गया है यहां एसडीएम शाहपुर, डीएसपी, पुलिस अधीक्षक कांगडा व अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर हैं। विदयुत संचार व पेयजल व्यवस्था को बहाल करने के लिये भी कार्य युद्ध स्तर पर जारी है
इसके साथ ही 50 के करीब एनडीआरएफ के जवान राहत बचाव कार्य में जुटे हैं। तीन से अधिक जेबीसी सहित अन्य उपकरणों की मदद ली जा रही है। इलाके की मैपिंग की थी, लेकिन आज यहां पर सिर्फ और सिर्फ मलबा ही दिखाई दे रहा है। मोबाइल की लोकेशन के आधार पर एनडीआरएफ की टीम काम कर रही है। एनडीएफआर टीम के साथ होमगार्ड और पुलिस के जवानों के जवान भी डटे हैं।
कांगडा के जिलाधीश निपुण जिंदल व एसपी विमुक्त रंजन ने भी मौके का मुआयना किया है। वह दो किमी पैदल चलकर मौके पर पहुंचे, क्योंकि सड़क पर बना पुल भी बह गया है। जिला प्रशासन कंट्रोल रूम के माध्यम से जिलाभर में बारिश से हुए नुक्सान और राहत कार्यों की मॉनिटरिंग सुनिश्चित कर रहा है