फतेहपुर में उज्जवला योजना के गैस सिलेंडर बांटने के दौरान राजन सुशांत का हंगामा
फतेहपुर , 14 अगस्त। (विजयेन्दर शर्मा) । जिला कांगडा के फतेहपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र में चुनावी मैदान में उतरे पूर्व सांसद राजन सुशांत ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल भाजपा नेता कृपाल परमार सत्ता के प्रभाव का दुरुपयोग कर लोगों को गुमराह कर रहे है। जिससे लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी योजना को भाजपा के प्लेटफार्म पर इस्तेमाल करने नहीं दिया जायेगा।
दरअसल आज यहां रेस्ट हाउस में उस समय हंगामा हो गया । जब यहां भाजपा नेता पिछला चुनाव हारे पूर्व सांसद कृपाल परमार सरकारी योजना के तहत गैस सिलेंडर बांट रहे थे। लेकिन उसी समय राजन सशांत भी वहां पहुंच गये। उन्होंने अधिकारियों से भाजपा बैनर तले बांटे जा रहे सिलेंडर को रोकने को कहा। इसी बीच राजन सुशांत के समर्थकों ने हंगामा खड़ा कर दिया । जिससे माहौल बिगड़ गया। इसी दौरान उज्ज्वला योजना के सिलेंडर बांटने के विरोध पर कुछ महिलाओं ने राजन सुशांत को भी रोकना चाहा। माहौल इस कदर बिगड़ा कि दोनों पक्षों ने नारेबाजी शुरू कर दी। दोनों पक्ष एक दूसरे के विरोध में नारेबाजी करने लगे। जिससे कार्यक्रम रोकना पडा। बताया जा रहा है कि यहां इलाके की महिलाओं को उज्जवला योजना के तहत मिलने वाले गैस सिलेंडर देने के लिये कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें भाजपा नेता कृपाल परमार को भी बुलाया गया था।
इस अवसर पर राजन सुशांत ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता उज्जवला योजना के तहत मिलने वाले गैस सिलेंडर के आबंटन को रोक रहे हैं। व उन्होंने इसके लिये कार्यक्रम तय कर आज कई लोगों को बुलाया था। जो कि गलत है। उन्होंने सवाल उठाया कि योजना सरकार की है। तो इसमें भाजपा का इसमें कोई लेना देना नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अगर ऐसा ही भाजपा नेता करते रहे तो उन्हें कुछ भी उन्हें करने नहीं दिया जायेगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री भी अगर यहां वोट खरीदने के लिये घटिया हथकंडे अपनाते हैं तो उन्हें भी करने नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि गैस सिलेंडर बांटने में परमार के पास कोई संवैधानिक शक्ति नहीं है।
सुशांत ने कहा कि भाजपा सत्ता के बल पर चुनाव को हाईजैक करने की कोशिश कर रही है। सरकारी योजना भाजपा की नहीं है। यह सरकारी कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि उन्होंने आज कार्यक्रम रोका है उसकी जिम्मेदारी वह लेते है। इसके लिए उन पर कार्रवाई करना चाहे तो करे। इसके लिए वह तैयार है। उन्होंने कहा कि किसी जमाने में नैतिकता के लिए जानी जाने वाली भाजपा आज ऐसी पार्टी के तौर पर जानी जाने लगी है। जिसके कोई सिद्धांत नहीं है।
सुशांत ने कहा कि फतेहपुर की जनता ने उन्हें 26 साल की उम्र में जीत कर विधानसभा भेजा था। उन्होंने विधायक बनने के बाद उस समय भी काफी विकास करवाया था। वह फतेहपुर हल्के से चार बार विधायक व एक बार सांसद रहे हैं। इस दौरान उन्होंने जो जो विकास कार्य करवाए हैं, उससे फतेहपुर की जनता भली भांति परिचित हैं। अपने कार्यकाल में उन्होंने डीसी आरएडंआर कार्यालय राजा का तालाब में खुलवाने के साथ साथ फतेहपुर के कई दफ्तर खुलवाए। प्रदेश की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना शाहनहर का काम शुरू करवाया और उसका दफ्तर फतेहपुर में खुलवाया। इससे कई लोगों को रोजगार दिलवाया।
उन्होंने प्रदेश भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह सरकार से पूछना चाहते हैं कि चुनाव के समय करोड़ों रुपये लाने की बात करते थे। सरकार बताए कि साढ़े तीन साल में क्या विकास करवाया है। विकास करवाना तो दूर की बात वन विभाग का मंडल कार्यालय फतेहपुर से मंडी चला गया। इसी तरह ईएनसी शाह नहर फतेहपुर का कार्यालय मंडी भेज दिया, आयुर्वेदिक का उपमंडलीय अस्पताल राजा का तालाब से मंडी चला गया। क्या यह फतेहपुर का विकास है।
फतेहपुर , 14 अगस्त। (विजयेन्दर शर्मा) । जिला कांगडा के फतेहपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र में चुनावी मैदान में उतरे पूर्व सांसद राजन सुशांत ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल भाजपा नेता कृपाल परमार सत्ता के प्रभाव का दुरुपयोग कर लोगों को गुमराह कर रहे है। जिससे लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी योजना को भाजपा के प्लेटफार्म पर इस्तेमाल करने नहीं दिया जायेगा।
दरअसल आज यहां रेस्ट हाउस में उस समय हंगामा हो गया । जब यहां भाजपा नेता पिछला चुनाव हारे पूर्व सांसद कृपाल परमार सरकारी योजना के तहत गैस सिलेंडर बांट रहे थे। लेकिन उसी समय राजन सशांत भी वहां पहुंच गये। उन्होंने अधिकारियों से भाजपा बैनर तले बांटे जा रहे सिलेंडर को रोकने को कहा। इसी बीच राजन सुशांत के समर्थकों ने हंगामा खड़ा कर दिया । जिससे माहौल बिगड़ गया। इसी दौरान उज्ज्वला योजना के सिलेंडर बांटने के विरोध पर कुछ महिलाओं ने राजन सुशांत को भी रोकना चाहा। माहौल इस कदर बिगड़ा कि दोनों पक्षों ने नारेबाजी शुरू कर दी। दोनों पक्ष एक दूसरे के विरोध में नारेबाजी करने लगे। जिससे कार्यक्रम रोकना पडा। बताया जा रहा है कि यहां इलाके की महिलाओं को उज्जवला योजना के तहत मिलने वाले गैस सिलेंडर देने के लिये कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें भाजपा नेता कृपाल परमार को भी बुलाया गया था।
इस अवसर पर राजन सुशांत ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता उज्जवला योजना के तहत मिलने वाले गैस सिलेंडर के आबंटन को रोक रहे हैं। व उन्होंने इसके लिये कार्यक्रम तय कर आज कई लोगों को बुलाया था। जो कि गलत है। उन्होंने सवाल उठाया कि योजना सरकार की है। तो इसमें भाजपा का इसमें कोई लेना देना नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अगर ऐसा ही भाजपा नेता करते रहे तो उन्हें कुछ भी उन्हें करने नहीं दिया जायेगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री भी अगर यहां वोट खरीदने के लिये घटिया हथकंडे अपनाते हैं तो उन्हें भी करने नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि गैस सिलेंडर बांटने में परमार के पास कोई संवैधानिक शक्ति नहीं है।
सुशांत ने कहा कि भाजपा सत्ता के बल पर चुनाव को हाईजैक करने की कोशिश कर रही है। सरकारी योजना भाजपा की नहीं है। यह सरकारी कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि उन्होंने आज कार्यक्रम रोका है उसकी जिम्मेदारी वह लेते है। इसके लिए उन पर कार्रवाई करना चाहे तो करे। इसके लिए वह तैयार है। उन्होंने कहा कि किसी जमाने में नैतिकता के लिए जानी जाने वाली भाजपा आज ऐसी पार्टी के तौर पर जानी जाने लगी है। जिसके कोई सिद्धांत नहीं है।
सुशांत ने कहा कि फतेहपुर की जनता ने उन्हें 26 साल की उम्र में जीत कर विधानसभा भेजा था। उन्होंने विधायक बनने के बाद उस समय भी काफी विकास करवाया था। वह फतेहपुर हल्के से चार बार विधायक व एक बार सांसद रहे हैं। इस दौरान उन्होंने जो जो विकास कार्य करवाए हैं, उससे फतेहपुर की जनता भली भांति परिचित हैं। अपने कार्यकाल में उन्होंने डीसी आरएडंआर कार्यालय राजा का तालाब में खुलवाने के साथ साथ फतेहपुर के कई दफ्तर खुलवाए। प्रदेश की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना शाहनहर का काम शुरू करवाया और उसका दफ्तर फतेहपुर में खुलवाया। इससे कई लोगों को रोजगार दिलवाया।
उन्होंने प्रदेश भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह सरकार से पूछना चाहते हैं कि चुनाव के समय करोड़ों रुपये लाने की बात करते थे। सरकार बताए कि साढ़े तीन साल में क्या विकास करवाया है। विकास करवाना तो दूर की बात वन विभाग का मंडल कार्यालय फतेहपुर से मंडी चला गया। इसी तरह ईएनसी शाह नहर फतेहपुर का कार्यालय मंडी भेज दिया, आयुर्वेदिक का उपमंडलीय अस्पताल राजा का तालाब से मंडी चला गया। क्या यह फतेहपुर का विकास है।