पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने परिवार सहित बगलामुखी मंदिर में पूजा अर्चना की
बगलामुखी 5 दिसम्बर (विजयेन्दर शर्मा) । पंजाब में चल रही राजनीतिक उठापटक से दूर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने हिमाचल प्रवास के दौरान जिला कांगडा के बनखंडी के पास शत्रु नाशिनी देवी बगलामुखी माता के दरबार में अपने परिवार के साथ हाजिरी लगाने पहुंचे। मंदिर पहुंचने से पहले चन्नी हवाई मार्ग के जरिए गग्गल एयरपोर्ट पर पहुंचे व उसके बाद चन्नी सड़क मार्ग के जरिए धर्मशाला के एक निजी होटल में गए। उसके बाद बगलामुखी मंदिर बनखंडी पहुंचे।
मुख्यमंत्री चन्नी की पत्नी कमलजीत कौर उनसे पहले ही मंदिर में पहुंच गई थीं। हालांकि मुख्यमंत्री उनसे काफी देर के उपरांत मंदिर में पहुंचे। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने पर मुख्यमंत्री यहां नतमस्तक होने आए थे। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना व अनुष्ठान किया।
अपने बगलामुखी मंदिर प्रवास के बारे में मुख्यमंत्री चन्नी ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए लिखा है कि,कल रात मां बगलामुखी जी के मंदिर में व्यतीत की। मां बगलामुखी जी के दर्शन करके मन को शांति मिली। माता रानी से पंजाब व पंजाबियों की खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
कांगड़ा जिला के रानीताल-ऊना-चण्डीगढ़ राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर देहरा के पास बनखण्डी में स्थित माता बगलामुखी मन्दिर में कई नामी हस्तियां तांत्रिक हवन करवाती रही हैं। पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी भी यहां हवन करवा चुके हैं। पीएम नरेंद्र मोदी भी यहां दर्शन व अनुष्ठान करवाते थे । जब वह हिमाचल प्रदेश बीजेपी के प्रभारी थे। सन 1977 में चुनावों में हार के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी प्रदेश के इस प्राचीन मंदिर में तांत्रिक अनुष्ठान करवाया उसके बाद वह फिर दोबारा सत्ता में आईं और 1980 में देश की प्रधानमंत्री बनीं। इससे पहले भी इस मन्दिर में कई नामी हस्तियां जैसे आतंकवादी विरोधी फ्रंट के अध्यक्ष मनमिंदर सिंह बिट्टा, उत्तर प्रदेश के कांग्रेसी नेता राज बब्बर, कॉमेडियन कपिल शर्मा भी हाजिरी भर चुके हैं। सियासत से जुड़े लोगों के अलावा कांगड़ा के शत्रुनाशिनी देवी मां बगलामुखी मंदिर में मुकद्दमों में फंसे लोग, परिवारिक कलह व जमीनी विवाद को सुलझाने के लिए मां बगलामुखी का तांत्रिक शत्रुनाश हवन करवाते हैं। मां बगलामुखी तांत्रिक देवी हैं, इसलिए भक्त तांत्रिक साधना व पूजा करवाते हैं। इस पूजा को गोपनीय रखा जाता है तभी उसका फल जल्दी मिलता है। इस तांत्रिक शत्रु नाशिनी पूजा में पूजा करवाने वाले को अपने शत्रुओं का नाम मन में ही लेना होता है। ऐसी मान्यता है कि अपने मन में सोची गई इच्छा को मां बगलामुखी तत्काल पूरा करती हैं।
बगलामुखी 5 दिसम्बर (विजयेन्दर शर्मा) । पंजाब में चल रही राजनीतिक उठापटक से दूर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने हिमाचल प्रवास के दौरान जिला कांगडा के बनखंडी के पास शत्रु नाशिनी देवी बगलामुखी माता के दरबार में अपने परिवार के साथ हाजिरी लगाने पहुंचे। मंदिर पहुंचने से पहले चन्नी हवाई मार्ग के जरिए गग्गल एयरपोर्ट पर पहुंचे व उसके बाद चन्नी सड़क मार्ग के जरिए धर्मशाला के एक निजी होटल में गए। उसके बाद बगलामुखी मंदिर बनखंडी पहुंचे।
मुख्यमंत्री चन्नी की पत्नी कमलजीत कौर उनसे पहले ही मंदिर में पहुंच गई थीं। हालांकि मुख्यमंत्री उनसे काफी देर के उपरांत मंदिर में पहुंचे। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने पर मुख्यमंत्री यहां नतमस्तक होने आए थे। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना व अनुष्ठान किया।
अपने बगलामुखी मंदिर प्रवास के बारे में मुख्यमंत्री चन्नी ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए लिखा है कि,कल रात मां बगलामुखी जी के मंदिर में व्यतीत की। मां बगलामुखी जी के दर्शन करके मन को शांति मिली। माता रानी से पंजाब व पंजाबियों की खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
कांगड़ा जिला के रानीताल-ऊना-चण्डीगढ़ राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर देहरा के पास बनखण्डी में स्थित माता बगलामुखी मन्दिर में कई नामी हस्तियां तांत्रिक हवन करवाती रही हैं। पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी भी यहां हवन करवा चुके हैं। पीएम नरेंद्र मोदी भी यहां दर्शन व अनुष्ठान करवाते थे । जब वह हिमाचल प्रदेश बीजेपी के प्रभारी थे। सन 1977 में चुनावों में हार के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी प्रदेश के इस प्राचीन मंदिर में तांत्रिक अनुष्ठान करवाया उसके बाद वह फिर दोबारा सत्ता में आईं और 1980 में देश की प्रधानमंत्री बनीं। इससे पहले भी इस मन्दिर में कई नामी हस्तियां जैसे आतंकवादी विरोधी फ्रंट के अध्यक्ष मनमिंदर सिंह बिट्टा, उत्तर प्रदेश के कांग्रेसी नेता राज बब्बर, कॉमेडियन कपिल शर्मा भी हाजिरी भर चुके हैं। सियासत से जुड़े लोगों के अलावा कांगड़ा के शत्रुनाशिनी देवी मां बगलामुखी मंदिर में मुकद्दमों में फंसे लोग, परिवारिक कलह व जमीनी विवाद को सुलझाने के लिए मां बगलामुखी का तांत्रिक शत्रुनाश हवन करवाते हैं। मां बगलामुखी तांत्रिक देवी हैं, इसलिए भक्त तांत्रिक साधना व पूजा करवाते हैं। इस पूजा को गोपनीय रखा जाता है तभी उसका फल जल्दी मिलता है। इस तांत्रिक शत्रु नाशिनी पूजा में पूजा करवाने वाले को अपने शत्रुओं का नाम मन में ही लेना होता है। ऐसी मान्यता है कि अपने मन में सोची गई इच्छा को मां बगलामुखी तत्काल पूरा करती हैं।