आप के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिये सीएम जय राम ठाकुर ने चुनावी बिगुल फूंक दिया
धर्मशाला, 16 अप्रैल (विजयेन्दर शर्मा ) । पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में समय से पहले ही चुनावी मौसम आ चुका है। भले ही चुनाव के लिये अभी छह माह बचे हैं। लेकिन प्रदेश की राजनीति में आम आदमी पार्टी की एंट्री से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी सक्रिय हो गई है। भाजपा कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहती। यही वजह है कि अब प्रदेश के सीएम जय राम ठाकुर के दौरे शुरू होने के साथ लोक लुभावन घोषणाओं को दौर भी शुरू हो गया है।
मई माह में शिमला नगर निगम और साल के आखिर में प्रदेश विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन भाजपा अभी से चुनावी मोड में आ गई है। हालांकि कांग्रेस पार्टी अभी अपने अंदरूनी झगडे निपटा नहीं पा रही है। प्रदेश की राजनीति में अब तक सत्ता में भाजपा व कांग्रेस ही अदला बदली करती रही हैं। इसी अदला बदली को आप चुनावी मुद्दा बना रही है।
लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी की धमक से माहौल कुछ बदलने लगा है। आम आदमी पार्टी भाजपा व कांग्रेस से नाराज नेताओं को अपने साथ जोडने में लगी है। व दिल्ली मॉडल के बहाने मतदाताओं को रिझाने की कोशिश कर रही है। आप ने प्रदेश के सबसे ज्यादा विधानसभा सीट वाली कांगड़ा जिले पर अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।
यह आम आदमी पार्टी के दवाब का ही परिणाम था कि हिमाचल दिवस पर सीएम जयराम ठाकुर ने चंबा में कुछ बड़े ऐलान किए। 125 यूनिट तक फ्री बिजली और ग्रामीण इलाकों में पानी का बिल माफ करने का ऐलान किया है। साथ ही प्रदेश की महिलाओं को हिमाचल परिवहन निगम की बसों में किराए पर 50 प्रतिशत की छूट देने का ऐलान किया है। इन लोकलुभावन घोषणाओं से लोग हैरान हैं। व कह रहे हैं कि उन्हें बिन मांगी सौगात मिल गई।
लेकिन माना जा रहा है कि चंबा में सीएम जयराम ठाकुर के बड़े ऐलान के साथ चुनावी बिगुल फूंक दिया है। लेकिन सवाल उठ रहा है कि कर्ज के बोझ तले दबे प्रदेश को यह पैसा कहां से 125 यूनिट फ्री बिजली देने पर प्रदेश सरकार पर 250 करोड़ का अतिरिक्त भार पड़ेगा। तो ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसानों के पानी के बिल माफ होने की सूरत में जलशक्ति विभाग को 30 करोड़ की आमदन कम होगी।
प्रदेश सरकार की लोकलुभावन घोषणाओं पर अपनी प्रतिक्रिया में दिल्ली के डिप्टी सीएम और आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीएम ने बिजली, गांवों में मुफ्त पानी और महिलाओं के लिए आधा बस किराया देने की घोषणा की है। भाजपा जनता को कोई सुविधा देने में विश्वास नहीं करती है। आप के डर से ही उन्होंने अरविंद केजरीवाल के शासन के मॉडल की नकल करना शुरू कर दिया है।
लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी की धमक से माहौल कुछ बदलने लगा है। आम आदमी पार्टी भाजपा व कांग्रेस से नाराज नेताओं को अपने साथ जोडने में लगी है। व दिल्ली मॉडल के बहाने मतदाताओं को रिझाने की कोशिश कर रही है। आप ने प्रदेश के सबसे ज्यादा विधानसभा सीट वाली कांगड़ा जिले पर अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।
यह आम आदमी पार्टी के दवाब का ही परिणाम था कि हिमाचल दिवस पर सीएम जयराम ठाकुर ने चंबा में कुछ बड़े ऐलान किए। 125 यूनिट तक फ्री बिजली और ग्रामीण इलाकों में पानी का बिल माफ करने का ऐलान किया है। साथ ही प्रदेश की महिलाओं को हिमाचल परिवहन निगम की बसों में किराए पर 50 प्रतिशत की छूट देने का ऐलान किया है। इन लोकलुभावन घोषणाओं से लोग हैरान हैं। व कह रहे हैं कि उन्हें बिन मांगी सौगात मिल गई।
लेकिन माना जा रहा है कि चंबा में सीएम जयराम ठाकुर के बड़े ऐलान के साथ चुनावी बिगुल फूंक दिया है। लेकिन सवाल उठ रहा है कि कर्ज के बोझ तले दबे प्रदेश को यह पैसा कहां से 125 यूनिट फ्री बिजली देने पर प्रदेश सरकार पर 250 करोड़ का अतिरिक्त भार पड़ेगा। तो ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसानों के पानी के बिल माफ होने की सूरत में जलशक्ति विभाग को 30 करोड़ की आमदन कम होगी।
प्रदेश सरकार की लोकलुभावन घोषणाओं पर अपनी प्रतिक्रिया में दिल्ली के डिप्टी सीएम और आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीएम ने बिजली, गांवों में मुफ्त पानी और महिलाओं के लिए आधा बस किराया देने की घोषणा की है। भाजपा जनता को कोई सुविधा देने में विश्वास नहीं करती है। आप के डर से ही उन्होंने अरविंद केजरीवाल के शासन के मॉडल की नकल करना शुरू कर दिया है।