वार्षिक उत्सव किसी भी संस्थान का सबसे महत्वपूर्ण अवसर होता है -सरवीण चौधरी
22 लाख की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करेरी के विज्ञान प्रयोगशाला एवं कमरे का उद्घाटन
धर्मशाला 09 अगस्त ( विजयेन्दर शर्मा ) । - सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने बच्चों को वार्षिक उत्सव की बधाई देते हुए कहा कि वार्षिक उत्सव किसी भी संस्थान का सबसे महत्वपूर्ण अवसर होता है जिसमे संस्थान की उत्कृष्टता को पुरस्कृत किया जाता है ।
यह जानकारी आज शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव करेरी में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने 22 लाख की लागत से बनने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करेरी के विज्ञान प्रयोगशाला एवं कमरे का उद्घाटन के उपरांत लोगों को संबोधित करते हुए दी। साथ ही बच्चों को वार्षिक उत्सव की बधाई दी
सरवीण ने कहा कि अगर ऊंचाईयों पर पहुंचना है तो मेहनत इतनी करो कि सफलता शोर मचाए कम बोलो लेकिन अपने आप को दीपक बनायें । प्रकाश अपने आप बोलेगा अगर पढ़ाई में 100 प्रतिशत देँगे तो कुछ भी असम्भव नहीं है सफलता कदम चूमेगी । उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन में कितना महत्व भोजन ,कपड़े, हवा और पानी का है उससे कहीं अधिक शिक्षा का है इसलिए हमेशा से ही यह कहा जाता है कि शिक्षा का मानव जीवन में बहुत महत्व है । शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिससे मनुष्य का ज्ञान का प्रसार होता है
विद्यालय के प्रधानाचार्य के मुख्यातिथि का स्वागत किया और विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर लोगोँ का भरपूर मनोरंजन किया ।सांस्क्रतिक कार्यक्रम के लिए बच्चों को 8 हज़ार देने की घोषणा की।
सरवीण ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री शगुन योजना शुरू की है, जिसके तहत बीपीएल परिवारों की लड़कियों की शादी के समय शगुन के रूप में 31,000 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना शुरू की गई है। इस योजना के माध्यम से युवा उद्यमियों ने लगभग 721 करोड़ रुपये के निवेश के साथ करीब 4,377 इकाईयां स्थापित की हैं। इन इकाईयों के लिए सरकार ने कुल 200 करोड़ रुपये की सब्सिडी जारी की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के इतिहास में पहली बार धर्मशाला में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया, जिसमें 96,721 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 703 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। प्रदेश सरकार के इन प्रयासों के कारण लगभग 42000 करोड़ रुपये के उद्योग धरातल पर उतारने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।
सरवीण ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत 3.34 लाख परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस कनेक्शन प्रदान किए जा चुके हैं, जिन पर कुल 131 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना और केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना के सफल क्रियान्वयन के कारण हिमाचल प्रदेश को देश का पहला चूल्हा धुआंमुक्त राज्य घोषित किया गया है। सरवीण चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना से छूटे लोगों को भी निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि इन दोनों योजनाओं के तहत राज्य के 4.57 लाख लोगों के निःशुल्क इलाज पर 472.88 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि गंभीर बीमारियों एवं दुर्घटनाओं के कारण बिस्तर पर असहाय पड़े लोगों की मदद के लिए प्रदेश सरकार ने एक विशेष पहल करते हुए मुख्यमंत्री सहारा योजना आरंभ करके इन असहाय लोगों के लिए प्रतिमाह 3000 रुपये का प्रावधान किया है। प्रदेश में इस योजना के 20,000 से अधिक लाभार्थियों को 80 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं।
सरवीण चौधरी ने अपने सम्बोधन में बताया कि करेरी स्कूल के खेल के मैदान पर 10 लाख , घेरा बाजार में सीमेंट कंक्रीट सड़क पर 7 लाख , गज्ज खड्ड कैंट नाला के पास रिटेनिंग वाल पर 154 लाख तथा कैंट नाला पुल पर 108 लाख रुपये व्यय करके सारे कार्य पूरे करके अमलीजामा पहनाया । इस के अलावा घेरा सुखुघाट चमियारा कुट भितलु सड़क पर 15 करोड़ रुपये व्यय किये जायँगे । ये कार्य प्रगति पर है ।
सरवीण ने कहा कि पेयजल योजना करेरी खड़ी बह के अन्तर्ग 85 लाख रु व्यय किये गए । जिसमें 3 टैंक व अलग अलग साइज़ की लगभग 7 हज़ार मीटर पाइपें बिछाई गयी जिसमें दो-दो पंचायतें करेरी व रावा के लगभग 4 हज़ार लोग लाभान्वित हुए ।
गत सायं वार्षिकोत्सव पर रेहलु राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्टेज़ बनाने के लिए 2 लाख रुपये देने की घोषणा की ।
इस अवसर पर एस डी ओ लोनिवि विवेक कालिया , शिक्षक संघ के प्रांत अध्यक्ष पवन
कुमार ,प्रधानाचार्य करेरी रविन्द्र , पूर्व बीडीसी चेयरमैन अश्विनी चौधरी , प्रधानचार्य लदवाड़ा अजय आचार्य , प्रधान घरोह तिलक शर्मा , विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य, स्थानीय पंचायत प्रतिनिधी, विभिन्न विभागों से आए अधिकारी व कर्मचारी, स्कूली बच्चे, बच्चों के अभिवावक व स्थानीय लोग उपस्थित रहे।