भंवरीदेवी के गायब होने का रहस्य पिछले दो महीनों एक ऐसे भंवर में फंसा
हुआ है जिसमें राजस्थान सरकार के मंत्री और विधायक समेत कई दिग्गज डूब
चुके हैं। ब्लैकमेल के इस भंवर में कई राज छुपे हैं। क्या एक मामूली नर्स
ने दौलत और शोहरत की महत्वकांक्षा पूरी करने के लिए अपनी खूबसूरती का
इस्तेमाल किया या हवस के भूखे दबंगो ने अपनी 'करनी' छुपाने के लिए इस
कांड को अंजाम दिया... सबूत इशारे करते हैं कि सीडी के जरिए भंवरीदेवी
राजस्थान सरकार के एक मंत्री महिपालसिंह मदेरणा को ब्लैकमेल कर रही थी।
कैसे आया चर्चा में मामला : सितंबर 1 को भंवरीदेवी अपनी मारूति स्विफ्ट
कार बेचने के लिए 3 लोगों सोहनलाल, शहाबुद्दीन और खंबाराम के साथ बिलाड़ा
गई थी। भंवरीदेवी की कार खंबाराम चला रहा था जबकि दूसरे लोग पीछे बोलेरो
में आ रहे थे। शहाबुद्दीन को कार के ग्राहक के रूप में भंवरी से मिलवाया
गया था। यही नहीं इन लोगों ने भंवरी को शहाबुद्दीन का नाम राजू सेठ बताया
था। दरअसल शहाबुद्दीन एक अपराधी था जिसे भंवरी को मारने के लिए 10 लाख रु
की सुपारी दी गई थी।
भंवरीदेवी ने भी खुद की पहचान छुपाते हुए अपना नाम बबली बताया था। बिलाड़ा
में सहीराम (जोधपुर का एक कांग्रेसी नेता) भी आ गया। शहाबुद्दीन, सहीराम
तथा भंवरीदेवी 1 सितंबर की रात 11 बजे तक एकसाथ थे। सीबीआई के अनुसार
इसके बाद शहाबुद्दीन और सहीराम ने भंवरीदेवी का अपहरण कर उसे किसी अन्य
गैंग को सौंप दिया जिसने शायद भंवरीदेवी की हत्या कर दी।
आखिर क्या डर था भंवरी से: लूणी विधायक की बहन इंद्रा ने ऑडियो टेप में
कहा है कि भंवरी ने बताया था कि मदेरणा सीडी बनाकर उसे ब्लैकमेल कर रहे
थे। इसलिए बाद में भंवरी ने मदेरणा की सीडी बना ली। भवंरीदेवी की एक सीडी
सोहनलाल के पास पहुंच चुकी थी जिसमें भंवरी और मंत्री के कुछ राज थे। अभी
तक इस मामले में तीन ऑडियो टेप और एक आपत्तिजनक सीडी सामने आ चुकी है।
एक ऑडियो टेप में भंवरी ने अपनी सहेली इंद्रा के माध्यम से मंत्री को
धमकी दी थी कि चार दिन में सौदा कर लो वरना वो इस सीडी को सबके सामने रख
देगी। बस इसके बाद भंवरीदेवी का कुछ पता नहीं है। भंवरी देवी के गायब
होने पर 2 सितंबर को बिलाड़ा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई जिसके बाद
पुलिस ने 5 सितंबर को अपहरण का मुकदमा दर्ज कर सोहनलाल को गिरफ्तार कर
लिया। 15 सितंबर को भंवरी के पति ने मंत्री महिपालसिंह मदेरणा पर सीधे
आरोप लगाया। घटनाक्रम : मीडिया में मामला जमकर उछलने के बाद सीबीआई ने 11
अक्टूबर को एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की। कई लोगों से पूछताछ के बाद
सीबीआई ने 1 नवंबर को भंवरी की सूचना पर 5 लाख व सहीराम पर 1 लाख का इनाम
घोषित कर दिया।
सीबीआई को लूणी विधायक मलखानसिंह की बहन इंद्रा विश्नोई से पूछताछ में
भंवरी और इंद्रा विश्नोई की बातचीत की ऑडियो टेप मिला। इसके बाद हुए
नाटकीय घटनाक्रम में 10 नवंबर को टीवी चैनलों ने भंवरीदेवी की कथित सेक्स
सीडी जारी कर दी।
1 सितंबर के बाद भंवरीदेवी के साथ क्या हुआ कोई नहीं जानता। क्या उसकी
हत्या हो गई या उसे कहीं छुपाकर रखा गया है। इस रहस्य पर से पर्दा उठाने
के लिए सीबीआई ने दिन रात एक किए हुए हैं। सीबीआई ने भंवरीदेवी की खबर
बताने वाले को पांच लाख का इनाम भी देने की घोषणा की है।
क्या है सीडी में: मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक भंवरीदेवी की हत्या की
आशंका के कारण अब इस सीडी को सीबीआई सहित कुछ टीवी चैनल को भेजा जा चुका
है। कुछ चैनल्स ने इस सीडी के संपादित अंश भी जारी कर दिए जिसमें दिखाई
दे रहा है कि एक औरत और आदमी को अंतरंग अवस्था में दिखाया गया है। इसमें
दावा किया गया है कि दिखाए गए लोग मदेरणा और भंवरीदेवी हैं।
इस कहानी में तार उलझते ही जा रहे हैं। जिस सीडी के चलते भंवरीदेवी गायब
हुई और राजस्थान सरकार के एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा वह सीडी अब
सीबीआई के पास है। सूत्रों के अनुसार दो अलग-अलग जगहों पर इस सीडी की दो
बार कॉपी बनाई गई है। जिस कंम्प्यूटर पर यह सीडी बनाई गई थी उसे भी
सीबीआई ने जब्त कर लिया है मगर उसकी हार्ड डिस्क से मेमोरी मिटा दी गई
है।