वजह से तापमान नीचे चला गया है, जिससे अब यहां की प्राकृतिक झीलें जमनी
शुरू हो गई हैं। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि लाहौल एवं
स्पीति, किन्नौर, चम्बा, कुल्लू जिलों के अंदरूनी इलाकों में रात के समय
तापमान शून्य से नीचे चला गया।
तापमान लुढ़कने की वजह से चंद्रताल, सूरजताल, पराशर और मणिमहेश झीलों का
पानी जमना शुरू हो गया है।
मणिमहेश झील चम्बा जिले में है जबकि चंद्रताल और सूरजताल झीलें लाहौल एवं
स्पीति जिले में हैं। पराशर झील मंडी जिले में करीब 9,000 फुट की ऊंचाई
पर है।
रपटों के मुताबिक लाहौल एवं स्पीति जिले में शुक्रवार को तेज बर्फबारी
होने के बाद 475 किलोमीटर लम्बे मनाली-लेह राजमार्ग को कुछ घंटों के लिए
बंद कर दिया गया था।
राजमार्ग पर स्थित रोहतांग र्दे (13,050 फुट) तथा बारालछा र्दे (16,020)
पर भी बर्फबारी होने की सूचना है।
शिमला से लगभग 250 किलोमीटर दूर कल्पा कस्बे में शनिवार को तापमान 3.2
डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि मनाली में 3.8 डिग्री सेल्सियस तथा
धर्मशाला में 13.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इस बीच शिमला और आस-पास के इलाकों में धूप खिली रही लेकिन रात में यहां
काफी ठंडक महसूस की जा रही है। शिमला में न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री
रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार तक राज्य में मौसम साफ बना रहेगा।