आरटीआई आवेदनों को बोझ न समझें, तय अवधि में सूचना प्रदान करें

आरटीआई आवेदनों को बोझ न समझें, तय अवधि में सूचना प्रदान करें
मुख्य सूचना आयुक्त नरेंद्र चौहान ने जन सूचना अधिकारियों को दिए निर्देश
राज्य सूचना आयोग ने जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित की कार्यशाला
हमीरपुर 22 जुलाई   (विजयेन्दर  शर्मा)  ।  । मुख्य सूचना आयुक्त नरेंद्र चौहान ने सभी विभागों के जन सूचना अधिकारियों और प्रथम अपील अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त आवेदनों को बोझ न समझें तथा इन आवेदनों में मांगी गई सूचनाओं को तय समय अवधि के भीतर प्रदान करें। नरेंद्र चौहान वीरवार को यहां हमीर भवन में राज्य सूचना आयोग द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से सूचना का अधिकार अधिनियम पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे थे। कार्यशाला में जिले भर के जन सूचना अधिकारियों तथा प्रथम अपील अधिकारियों ने भाग लिया।
मुख्य सूचना आयुक्त ने कहा कि सरकारी व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में आरटीआई एक्ट एक बहुत बड़ा कदम है। सभी कार्यालयों में इस अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों की अक्षरश: अनुपालना सुनिश्चित की जानी चाहिए। चौहान ने कहा कि अगर सभी अधिकारी अपने कार्यालय से संबंधित विभिन्न योजनाओं और प्रक्रियाओं की जानकारी पारदर्शी ढंग से स्वयं ही विभिन्न माध्यमों जैसे-वेबसाइट, सूचना पट्ट इत्यादि पर आम जनता के समक्ष रखेंगे तथा इसे लगातार अपडेट करते रहेंगे तो आम नागरिकों को आरटीआई के तहत आवेदन की जरुरत ही नहीं पड़ेगी।
मुख्य सूचना आयुक्त ने कहा कि जन सूचना अधिकारी को आवेदनों पर तुरंत निर्णय लेना चाहिए। अगर यह आवेदन दूसरे कार्यालय को हस्तांतरित किया जाना है या वांछित सूचना आरटीआई एक्ट के दायरे में नहीं आती है तो उस पर भी अधिकारी अपने विवेक के अनुसार निर्णय लें। हर कार्यालय में आरटीआई आवेदनों से संबंधित एक अलग रजिस्टर मैंटेन किया जाना चाहिए।
कार्यशाला में सेवानिवृत्त अतिरिक्त मुख्य सचिव अजय मित्तल ने भी अधिकारियों का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि आरटीआई एक्ट एक बहुत ही सरल एवं स्पष्ट कानून है। इससे अधिकारियों को घबराना नहीं चाहिए। इस अवसर पर भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग के निदेशक पंकज ललित ने एक्ट के विभिन्न प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी। वरिष्ठ पत्रकार अश्वनी शर्मा ने एक्ट के कार्यान्वयन में मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डाला।
इससे पहले उपायुक्त देबश्वेता बनिक ने मुख्य सूचना आयुक्त और सभी वक्ताओं का स्वागत किया तथा कार्यशाला के आयोजन के लिए राज्य सूचना आयोग का आभार व्यक्त किया। आयोग के सचिव रविंद्र नाथ शर्मा ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। इस मौके पर मुख्य सूचना आयुक्त और अन्य वक्ताओं ने प्रतिभागी अधिकारियों की विभिन्न शंकाओं का समाधान भी किया।

टीजीटी आट्र्स के लिए भूतपूर्व सैनिकों के आश्रितों के साक्षात्कार 3 अगस्त को
  हमीरपुर 22 जुलाई   (विजयेन्दर  शर्मा)  ।  कला संकाय के प्रशिक्षित स्नातक अध्यापकों के पदों पर भूतपूर्व सैनिकों के आश्रितों की बैचवाइज भर्ती के लिए प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय हमीरपुर में 3 अगस्त को साक्षात्कार लिए जाएंगे।
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार सामान्य श्रेणी के भूतपूर्व सैनिकों के आश्रितों के 18 पद, भूतपूर्व सैनिक एससी के आश्रितों के 17 और भूतपूर्व सैनिक एसटी के आश्रितों के 4 पद भरे जाने हैं। सामान्य श्रेणी के पदों के लिए वर्ष 2003 तक के बैच के उम्मीदवारों को कॉल लैटर भेजे गए हैं। जबकि, एससी वर्ग में 2006 और एसटी वर्ग में वर्ष 2011 तक के बैच के अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है। आवेदक मान्यता प्राप्त संस्थान से बीए या बीकॉम और बीएड डिग्रीधारक होना चाहिए तथा उसने अध्यापक पात्रता परीक्षा भी पास की हो।
बायोडाटा फार्म प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध करवाया गया है। पात्र उम्मीदवार ये बायोडाटा फार्म डाउनलोड करके तथा इसके साथ सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्र करके काउंसलिंग में भाग ले सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए दूरभाष नंबर 01972-222749 पर संपर्क किया जा सकता है।
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