प्रदेश सरकार के प्रयासों से संस्कृत भाषा के संरक्षण व संवर्धन के विशेष प्रयास किये जा रहे-डॉ.केशवानन्द कौशल

    ज्वालामुखी   02 अगस्त,  ( विजयेन्दर शर्मा)  ।:  स्थानीय संस्कृत कॉलेज में चल रहे पांच दिवसीय पौरोहित्य एवं कर्मकांड प्रशिक्षण शिविर में आज हिमाचल संस्कृति अकादमी के सचिव डॉ.केशवानन्द कौशल ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से संस्कृत भाषा के संरक्षण व संवर्धन के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। उसी के तहत ऐसे प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन प्रदेश भर में किया जा रहा है।
सचिव डॉ. केशवानंद कौशल ने कहा कि प्रदेश सरकार के सहयोग से संस्कृत को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश के सभी संस्कृत विद्वानों का मार्गदर्शन संस्कृत के विकास के लिए लिया जा रहा है। तथा प्रदेश के विद्वानों को यथोचित सम्मान भी दिया जा रहा है।  विद्यालय स्तर एवं महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय स्तर पर संस्कृत की गतिविधियां आयोजित की जायेगी । प्रदेश सरकार ने संस्कृत संस्थाओं के आह्वान पर संस्कृत को दूसरी राजभाषा का दर्जा दिया गया है यह देवभूमि के लिए गौरव की बात है। प्रदेश सरकार ने जिस उद्देश्य को लेकर संस्कृत को दूसरी राजभाषा का दर्जा दिया है उसके लिए हिमाचल संस्कृत अकादमी हर संभव प्रयास करेगी । संस्कृत को सरल एवं व्यावहारिक बनाने के लिए संस्कृत संस्थाओं के सहयोग से कार्य किया जायेगा।
संस्कृत कालेज चकमोह के पूर्व प्रिंसिपल धनी राम संगर ने इस अवसर पर पूजा कर्मकांड में शुद्ध मंत्र उच्चारण के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेद व्यास परिसर बलाहर में ज्योतिष विभाग में सहायक आचार्य डॉ विनोद शर्मा ने ज्योतिष शास्त्र पर अपना व्याख्यान दिया। इस अवसर पर डा अनूप शर्मा व डा महेन्द्र शर्मा भी उपस्थित रहे।  
इस अवसर पर संस्कृत कालेज के प्राचार्य प्रबल शास्त्री ने भी अपने विचार रखे। 

BIJENDER SHARMA

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