देश के शूरवीरों को पीआईबी ने किया सम्मानित
माहौल में दिखी अलग से आभा
ज्वालामुखी 09 फरवरी (बिजेन्दर शर्मा) । सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय शिमला द्वारा आयोजित जन सूचना अभियान के तहत देश के उन महान सपूतों को भी सम्मानित किया गया। जिन्होंने अपने प्राणों की प्रवाह किए बगैर देश की बलि वेदी पर अपना जीवन न्यौछावर कर दिया। इनमें अशोक चक्र प्राप्त स्व. मेजर श्री सधीर कुमार, महावीर चक्र प्राप्त स्व. मेजर जनरल सेवानिवृत श्री अनंत सिंह पठानिया, सैन्य सेवा पुरस्कार से सम्मानित शहीद श्री भुवनेश डोगरा, महावीर चक्र पुरस्कार से सम्मानित ब्रिगेडियर सेवानिवृत श्री रतननाथ शर्मा तथा श्री पृथ्वीराज शर्मा शांतलवी को गरिमामय कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। अशोक चक्र प्राप्त स्व. मेजर श्री सुधार कुमार के पिला श्री रुलिया राम ने यह सम्मानि प्राप्त किया। मेजर सुधीर ने श्रीनगर के कुपबाड़ा सेक्टर में ऑपरेशन रक्षक के दौरान आतंकवादियों को लोहा लिया। 29 अगस्त, 1999 को वह आतंकवादियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। मेजर सुधीर को श्रीलंका में मुक्तिवाहिनी सेना में भाग लेने के लिए सेना मेडल से भी सम्मानित किया गया था। महावीर चक्र प्राप्त स्व. मेजर जनरल सेवानिवृत श्री अनंत सिंह पठानिया की धर्मपत्नी श्रीमति ऊमा पठानिया से यह सम्मान प्राप्त किया। मेजर जनरल पठानिया ने 1941 में दूसरा महायुद्ध अफ्रीका में लड़ा जिस पर उन्हें मिल्ट्री क्रॉस पुरस्कार दिया गया। 1947 में पाकिस्तान के साथ पहले युद्ध में उन्होंने द्रास, कारगिल तथा जोजिला चोटियों को दुश्मन के हाथों से छुड़वाया। जिस पर उन्हें भारत सरकार द्वारा महावीर चक्र से नवाजा गया। इन्होंने 1962 में चीन युद्ध में भी हिस्सा लिया। 1972 में पाकिस्तान के साथ दूसरे युद्ध में मेजर जनरल पठानिया ने भाग लिया। 1/5 गोरखा राइफल्स फ्रंटियर फोर्म के पहले भारतीय कमांडर बने। इससे पहले इस पद पर अंग्रेजों का ही कब्जा रहा करता था। सैन्य सेवा मेडल से सम्मानित शहीद श्री भुवनेश डोगरा की माता श्रीमति शकुंतला देवी ने पीआईबी द्वारा सम्मान प्राप्त किया। शहीद डोगरा को मरणोपरांत सैन्य सेवा मेडल से नवाजा गया। महावीर चक्र प्राप्त ब्रिगेडियर सेवानिवृत श्री रतननाथ शर्मा अपनी धर्मपत्नी श्रीमति सुषमा शर्मा के साथ सम्मान प्राप्त करने पहुंचे। श्री शर्मा ने 10 दिसंबर, 1971 में जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में भारतीय सीमा में घुस आए पाकिस्तानी सैनिकों के खदेड़ा। श्री शर्मा ने 21वीं पंजाब वटालियन के कमांडर रहते हुए यह विजय प्राप्त की। इसके अलावा श्री शर्मा ने 1965 में पाकिस्तान से कंपनी कमांडर रहते हुए भारतीय सीमा के प्रमुख घोड़ा पोस्ट को खाली करवाया। इस पर उन्हें मेंशन इन डिस्पेजिंग सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए श्री पृथ्वीराज शर्मा शांतलवी को पीआईबी द्वारा सम्मानित किया गया। श्री शर्मा ने 1981 की जनगणना में असाधारण उत्साह और उच्चकोटि की सेवाओं के लिए राष्ट्रपति द्वारा तामपत्र से सम्मानित किया गया। श्री शर्मा को 1993 में हिमाचल प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग ने प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया जा चुका है। गरिमापूर्ण सम्मान समारोह में उपस्थित जनसमूह से तालियों की गडग़ड़ाहट के बीच देश की वीर सपूतों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।