धर्मशाला : मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने चार मेगावाट के 52 हाइडल प्रोजेक्टों को खोलने की अनुमति प्रदान की है। विधायक जीएस बाली के प्रतिपूरक प्रश्न के उत्तर में धूमल ने कहा कि पहली जनवरी, 2008 से 15 अक्टूबर, 2010 तक 52 हाइडल प्रोजेक्ट आवंटित किए गए हैं।
प्रदेश सरकार जल्द ही राज्य में हैली टैक्सी सेवा शुरू करने जा रही है। इसके लिए सरकार ने पर्यटन, नागरिक एवं उड्डयन विभाग के साथ तीन कंपनियों से अनुबंध किए हैं। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर के सवाल पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री धूमल ने बताया कि इस सेवा के शुरू होने से पर्यटन व्यवसाय को लाभ मिलेगा व बाहरी पर्यटकों के सफर में समय की बचत होगी। उन्होंने बताया कि धर्मशाला से चंडीगढ़ हैली टैक्सी सेवा 4500 रुपये में उपलब्ध होगी। इसके अलावा यह सुविधा मनाली-भुंतर- मनाली, मनाली-रोहतांग-मनाली, मनाली- वैली फैरी, कुल्लू-मनाली, मनाली - कोकसर, सिस्सु, तांडी, उदयपुर, किलाड़, शिमला अनाडेल-चंडीगढ़ एयरपोर्ट, तावो, काजा, रिकांगपिओ,चंडीगढ़-धर्मशाला पुलिस ग्राउंड, शिमला-कुल्लू एयरपोर्ट, तांडी-उदयपुर, किलाड़-उदयपुर, तांडी - कुल्लू एयरपोर्ट, कुल्लू-शिमला, तावो- काजा में आने-जाने की सुविधा प्रदान की जाएगी। इस सुविधा का लाभ लेने के लिए यात्री को 3500 से 13500 रुपये अदा करने होंगे। उन्होंने कौल सिंह के प्रश्न पर बताया कि जनजातीय क्षेत्रों के लोगों को विशेष हेलीकॉटर सेवा जारी रहेगी
मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि बंदरों के निर्यात के लिए केंद्र सरकार स्वीकृति प्रदान करे तो जल्द ही प्रदेशवासियों को इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। चीन की मांग के बावजूद इनका निर्यात नहीं हो पा रहा है, क्योंकि केंद्र सरकार ने बंदरों के निर्यात पर प्रदेश सरकार को स्वीकृति नहीं प्रदान की है। मुख्यमंत्री विधानसभा सत्र के पहले दिन सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर कौल सिंह ठाकुर के प्रतिपूरक सवाल का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने स्वीकार किया कि अब बंदर खेत खलिहानों को ही नहीं, बल्कि घरों तक भी नुकसान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बंदरों से निजात पाने के लिए प्रदेश सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं लेकिन इनका भविष्य में लाभ मिलेगा। धूमल ने कहा कि पांच दिसंबर, 2010 तक 23 हजार से अधिक बंदरों की नसबंदी की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंदरों को मारने के लिए रेंज अधिकारियों को शक्तियां प्रदान की गई हैं। प्रश्नकाल के दौरान पच्छाद के विधायक गंगूराम मुसाफिर और घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी ने मुख्यमंत्री के समक्ष किसानों को बंदरों के कारण आ रही दिक्कतों से अवगत करवाया