तिरूवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने शनिवार को पत्रिका 'द संडे इंडियन'
के खिलाफ 10 करोड़ रुपये के मानहानि का मुकदमा दायर किया। पत्रिका ने
अपने एक लेख में कहा है कि थरूर ने स्विस बैंकों में कालाधन जमा कर रखा
है।
पूर्व विदेश राज्य मंत्री थरूर ने अपनी मुकदमे की पैरवी के लिए कोच्चि
स्थित कानूनी कम्पनी शेरिफ एसोसिएट्स को नियुक्त किया है। कम्पनी ने
पत्रिका के प्रभारी सम्पादक और उसके दो अन्य अधिकारियों को मानहानि का
नोटिस भेजा है।थरूर के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया, "तीन नवंबर
को पत्रिका की वेबसाइट पर प्रकाशित लेख में हालांकि थरूर के नाम का
इस्तेमाल नहीं किया गया लेकिन लेख में स्विस बैंक में कालाधन जमा करने
वाले व्यक्ति के बारे जो जानकारियां दी गईं, उससे साफ संकेत मिला कि वह
व्यक्ति थरूर ही है।"बयान के मुताबिक, "लेख में यह भी बताया गया कि यह
बात मीडिया में जाहिर न हो इसके लिए थरूर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल
किया।"वकीलों द्वारा पत्रिका को भेजे गए नोटिस में कहा गया कि पत्रिका
में लेख प्रकाशित होने के बाद थरूर के मित्र और शुभचिंतक रपट की सच्चाई
के बारे में उनसे पूछताछ करने लगे। इससे उनकी छवि खराब हुई।नोटिस में यह
भी कहा गया है कि किसी भी स्विस बैंक में थरूर का खाता नहीं है और
निर्वाचन आयोग एवं प्रधानमंत्री के समक्ष उनकी सभी सम्पत्तियों की घोषणा
की जा चुकी है।पत्रिका ने कहा है कि तीन सांसदों ने कथित रूप से स्विस
बैंकों में कालाधन जमा किया है और इनमें से एक सांसद केरल से है।
के खिलाफ 10 करोड़ रुपये के मानहानि का मुकदमा दायर किया। पत्रिका ने
अपने एक लेख में कहा है कि थरूर ने स्विस बैंकों में कालाधन जमा कर रखा
है।
पूर्व विदेश राज्य मंत्री थरूर ने अपनी मुकदमे की पैरवी के लिए कोच्चि
स्थित कानूनी कम्पनी शेरिफ एसोसिएट्स को नियुक्त किया है। कम्पनी ने
पत्रिका के प्रभारी सम्पादक और उसके दो अन्य अधिकारियों को मानहानि का
नोटिस भेजा है।थरूर के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया, "तीन नवंबर
को पत्रिका की वेबसाइट पर प्रकाशित लेख में हालांकि थरूर के नाम का
इस्तेमाल नहीं किया गया लेकिन लेख में स्विस बैंक में कालाधन जमा करने
वाले व्यक्ति के बारे जो जानकारियां दी गईं, उससे साफ संकेत मिला कि वह
व्यक्ति थरूर ही है।"बयान के मुताबिक, "लेख में यह भी बताया गया कि यह
बात मीडिया में जाहिर न हो इसके लिए थरूर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल
किया।"वकीलों द्वारा पत्रिका को भेजे गए नोटिस में कहा गया कि पत्रिका
में लेख प्रकाशित होने के बाद थरूर के मित्र और शुभचिंतक रपट की सच्चाई
के बारे में उनसे पूछताछ करने लगे। इससे उनकी छवि खराब हुई।नोटिस में यह
भी कहा गया है कि किसी भी स्विस बैंक में थरूर का खाता नहीं है और
निर्वाचन आयोग एवं प्रधानमंत्री के समक्ष उनकी सभी सम्पत्तियों की घोषणा
की जा चुकी है।पत्रिका ने कहा है कि तीन सांसदों ने कथित रूप से स्विस
बैंकों में कालाधन जमा किया है और इनमें से एक सांसद केरल से है।