दियोटसिद्ध में 14 मार्च से शुरू होंगे चैत्र मास मेले, डीसी ने की तैयारियों की समीक्षा

दियोटसिद्ध में 14 मार्च से शुरू होंगे चैत्र मास मेले, डीसी ने की तैयारियों की समीक्षा
श्रद्धालुओं को प्रदान की जाएंगी सभी आवश्यक सुविधाएं : देबश्वेता बनिक
कोविड-19 से संबंधित दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी
हमीरपुर 18  फरवरी। ( विजयेन्दर शर्मा) ।  उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में 14 मार्च से आरंभ होने वाले वार्षिक चैत्र मास मेले के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां आरंभ कर दी हैं। जिलाधीश एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास की आयुक्त देवाश्वेता बनिक ने  दियोटसिद्ध में प्रशासनिक, पुलिस और विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के गैर सरकारी सदस्यों के साथ बैठक करके मेले की तैयारियों की समीक्षा की।
इस अवसर पर उन्होंने सभी अधिकारियों और न्यास के गैर सरकारी सदस्यों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए, ताकि मेले का सफल आयोजन किया सके। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान कोविड-19 से संबंधित सभी नियमों एवं सावधानियों की अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान सभी प्रबंधों विशेषकर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मंदिर परिसर और इसके आस-पास के पूरे क्षेत्र को पांच सैक्टरों में बांटा गया है। मेला अधिकारी, मेला पुलिस अधिकारी और मेला चिकित्सा अधिकारी के अलावा पांचों सैक्टरों में एक-एक सैक्टर मेजिस्ट्रेट और सैक्टर पुलिस अधिकारी की नियुक्तियां की जाएंगी। इस पूरे इलाके में लगभग 150 पुलिस कर्मचारियों और 175 महिला एवं पुरुष होमगार्डों की तैनाती की जाएगी। मेले के लिए विशेष रूप से कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा जोकि 24 घंटे कार्यशील रहेगा। इस दौरान बाबा बालक नाथ मंदिर भी श्रद्धालुओं के दर्शानार्थ 24 घंटे खुला रहेगा।
जिलाधीश ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मंदिर परिसर और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए स्थापित सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच करें। अगर इनकी मरम्मत और कुछ नए कैमरों की आवश्यकता महसूस की जा रही है तो उसे भी मेला आरंभ होने से पहले ही पूरा कर लें। मेले के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विस्तृत टै्रफिक प्लान भी तैयार करें तथा मेले से पहले ही इसे लागू करें। पार्किंग के लिए भी पर्याप्त स्थान चिह्नित करें। जिलाधीश ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए बिजली, पानी, स्वास्थ्य और अन्य सभी आवश्यक सुविधाओं के लिए व्यापक प्रबंध करें। उन्होंने अग्रिशमन और जलशक्ति विभाग के अधिकारियों को हाईड्रेंटों का निरीक्षण करने तथा बिजली बोर्ड के अधिकारियों को मंदिर परिसर में लाईनों की आवश्यक मरम्मत के निर्देश भी दिए।
देबश्वेता बनिक ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद विभाग की एक टीम 24 घंटे तैनात रहेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सैक्टर में दिन में कम से कम तीन बार सफाई की जाएगी। इसके लिए अतिरिक्त सफाई कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हिंदी और पंजाबी भाषा में साईन बोर्ड भी लगाए जाएंगे। जिलाधीश ने कहा कि रोट-प्रसाद और खाने-पीने की सभी वस्तुओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी नियमित रूप से दुकानों का निरीक्षण करें तथा रेट लिस्ट भी प्रदर्शित करवाएं। बुजुर्गों और दिव्यांग श्रद्धालुओं को न्यास की ओर से टैक्सी सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने आरटीओ को शाहतलाई से दियोटसिद्ध तक टैक्सी का किराया निर्धारित करने के निर्देश दिए। बैठक में मेले के प्रबंधों से संबंधित अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
इस अवसर पर मंदिर न्यास के अध्यक्ष एवं बड़सर के एसडीएम शशि पाल शर्मा ने विभिन्न प्रबंधों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में एडीएम जितेंद्र सांजटा, डीएसपी शेर सिंह ठाकुर, होमगार्ड के कमांडेंट सुशील कुमार कौंडल, अन्य अधिकारियों और न्यास के गैर सरकारी सदस्यों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।
BIJENDER SHARMA

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